UP Cabinet Decision: विंध्यवासिनी देवी मंदिर के लिए 128 करोड़ मंजूर, देवरिया में बनेगा शहीद रामचंद्र विद्यार्थी का संग्रहालय
UP Cabinet Decision सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में इन परियोजना प्रस्तावों पर मुहर लगी। विंध्यधाम में पर्यटन सुविधाएं विकसित करने से यहां पर प्रत्येक श्रेणी के पर्यटकों का आवागमन बढ़ाये जाने के साथ-साथ उनके रात्रि प्रवास को भी बढ़ाया जा सकता है।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। मीरजापुर में विंध्यवासिनी देवी मंदिर और वहां जाने वाले रास्तों व गलियों के कायाकल्प के लिए महंगी निर्माण सामग्रियों के इस्तेमाल को मंजूरी देने के साथ सरकार ने कुल 128 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को मंजूरी दी है। सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में इन परियोजना प्रस्तावों पर मुहर लगी। वहीं देवरिया में शहीद रामचंद्र विद्यार्थी के नाम पर बनाए गए स्मृति स्थल का विकास किया जाएगा और संग्रहालय बनाया जाएगा। इसके लिए देवरिया सदर तहसील के गांव बांस देवरिया में कचहरी की कुल 1.382 हेक्टेयर जमीन को पर्यटन विभाग को निश्शुल्क देने पर कैबिनेट ने अपनी मुहर लगा दी है। यही नहीं मंत्रिपरिषद द्वारा इस मामले में आवश्यकतानुसार आगे निर्णय लिए जाने के लिए मुख्यमंत्री को अधिकृत किया गया है।
विंध्यवासिनी मंदिर को जाने वाले रास्तों को जोड़ने वाले मार्गाें के निर्माण और मरम्मत से संबंधित परियोजना के लिए 40.38 करोड़ रुपये, मंदिर के परकोटा व परिक्रमा पथ के निर्माण के लिए 45.75 करोड़ रुपये तथा गलियों के सुंदरीकरण के लिए 41.87 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है। कैबिनेट ने परियोजना पर आगे की कार्यवाही के बारे में निर्णय लेने के लिए मुख्यमंत्री को अधिकृत किया है। मीरजापुर स्थित आदि शक्ति मां विंध्यवासिनी देवी मंदिर करोड़ों देशवासियों के लिए श्रद्धा व आस्था का केंद्र है जहां प्रतिवर्ष देश के कोने-कोने से करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं।
विंध्याचल स्थित मुख्य मंदिर में मां विंध्यवासिनी धाम के चारों तरफ परंपरागत तौर पर श्रद्धालु परिक्रमा करते हैं। मंदिर परिसर में परिक्रमा मार्ग सीमित और संकरा होने के कारण दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। संभावित दुर्घटना को रोकने के लिए नवरात्र के समय भारी संख्या में पुलिस बल तैनात करना पड़ता है। विंध्यधाम में पर्यटन सुविधाएं विकसित करने से यहां पर प्रत्येक श्रेणी के पर्यटकों का आवागमन बढ़ाये जाने के साथ-साथ उनके रात्रि प्रवास को भी बढ़ाया जा सकता है, जिससे स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन के साथ-साथ पूंजी निवेश में भी वृद्धि होगी।
देवरिया में शहीद रामचंद्र विद्यार्थी के नाम पर बनेगा संग्रहालय
देवरिया जिले में नौतन हथियागढ़ गांव में बाबूलाल प्रजापति के परिवार में एक अप्रैल 1929 को जन्में रामचंद्र विद्यार्थी सातवीं कक्षा की पढ़ाई के दौरान 14 अगस्त 1942 को देवरिया के पुराने कलेक्ट्रेट में तिरंगा फहराने के दौरान हुई फायरिंग में घायल हो गए थे और बाद में इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई थी। काफी समय बाद रामलीला मैदान में शहीद रामचंद्र विद्यार्थी का स्मारक बनाया गया। यह स्थल वर्ष 1955 में पुरानी जेल एवं कलेक्ट्रेट के रूप में परिवर्तित हुआ। भारत की आजादी का 75 वां वर्ष अगले साल वर्ष 2022 में व्यापक स्तर पर मनाया जाएगा। इसके दृष्टिगत भात के स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी समस्त प्रमुख घटनाओं एवं स्थलों के बेहतर प्रस्तुतिकरण का प्रयास किया जा रहा है। इस स्थल के विकास व संग्रहालय बनने से विदेश व देश के पर्यटकों में बढ़ोतरी होगी।