UP डीपीजी ने किया 1090 एप लॉच, ऑटो-टेंपो पर लगाए रोकथाम वाले स्टीकर
यह एप सिर्फ पुलिस वालों के लिए है। जिससे शिकायतों को संबंधित थाने के साथ जीआरपी, यूपी 100 व कंट्रोल को होगी। अभी इसे लखनऊ के थानों के साथ जोड़ा गया है।
लखनऊ(जेएनएन)। प्रदेश में महिलाओं के लिए कार्य कर रहीं 1090 वीमेन पावर हेल्पलाइन में गुरुवार को एक एप की लॉचिंग की गई। पुलिस वालों के लिए यह पहली एप होगी, जिससे उन्हें 1090 में आनी वाली शिकायतों की जानकारी मिल सकेगी। इस एप के माध्यम से 1090 में आने वाली शिकायतों को थाने में तैनात एसएचओ, जीआरपी, यूपी 100 व कंट्रोल रूम में पहुंचाया जा सकेगा। इस एप का लोकार्पण यूपी डीपीजी ओपी सिंह ने किया। इस अवसर पर लगभग एक हजार ऑटो व टैंपों पर छेड़खानी की रोकथाम वाले व 1090 को कॉल करने के लिए प्रेरित करने वाले स्टीकर लगाए गए।
इस दौरान डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि टैंपों और ऑटो पर महिलाएं सबसे ज्यादा सफर करती है। उन्हें सबसे ज्यादा जागरूक करना है, अगर कोई भी आपके साथ छेड़खानी करें तो 1090 पर शिकायत करें। उन्होंने टैंपों व ऑटो चालकों से भी अनुरोध किया है कि कहीं भी इस तरह घटना होते हुए देखें, तो 1090 में शिकायत करें। इस मौके पर ऑटो-टैंपो महासंघ के कई पदाधिकारी मौजूद रहे। जिसमें अध्यक्ष अर्चना रस्तोगी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश राज, महामंत्री केडब्ल्यू चंद्रा, शाही प्रीपेड के मो. चांद ने इस मुहिम को खूब सराहा।
वहीं, एडीजी अंजू गुप्ता ने बताया कि यह एप सिर्फ पुलिस वालों के लिए है। जिससे शिकायतों को संबंधित थाने के साथ जीआरपी, यूपी 100 व कंट्रोल को होगी। अभी इसे लखनऊ के थानों के साथ जोड़ा गया है। कुछ दिन के बाद इसे और जिले के थानों के साथ जोड़ा जाएगा। उन्होंने बताया कि इस एप से पुलिस से संवाद बेहतर हो सकेगा। इस कार्यक्रम में पावर एंजेल को यलो कार्ड दिए गए, जो स्कूल और कॉलेज में लड़कियों को दिए जाएंगे, जिससे वह अपने खिलाफ हो रहे अपराध की शिकायत कर सके।
यलो कार्ड से फैलेगी जागरूकता
- कोई व्यक्ति फोन के माध्यम से आपके साथ छेड़छाड़ या उत्पीडऩ करता हो।
- सोशल साइड, वेबसाइट आदि के माध्यम से छेड़खानी करता है।
- प्रदेश के किसी भी सार्वजनिक स्थान पर कोई आपका पीछा कर रहा हो।
- कोई व्यक्ति स्वयं व अपने मित्रों के साथ किसी स्थान पर लड़कियों से छेड़खानी करता हो।
- छेड़खानी की समस्या पर 1090 पर कॉल करे जब
वीमेन पावर लाइन की कार्यप्रणाली
- पीडि़त की कॉल सिर्फ महिला अधिकारी द्वारा ही ली जाएगी।
- पीडि़ता की शिकायत उनकी तरफ से कोई और महिला भी दर्ज करा सकती है।
- पीडि़ता के मोबाइल पर एक रजिस्ट्रेशन नंबर भेजा जाएगा।
- पीडि़ता की पहचान गोपनीय रखी जाएगी।
- पीडि़ता को पुलिस थाने नहीं बुलाया जाएगा।
- 1090 के अधिकारी पीडि़ता की समस्या के समाधान तक संपर्क में बने रहेंगे।