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यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष ने राष्ट्रपति को लिखा पत्र- मेरे अधिकारों की रक्षा करें, 23 बार किया गया गिरफ्तार

अपने कार्यकाल के दौरान प्रदर्शन करते हुए लगभग दो दर्जन बार गिरफ्तार किए जा चुके कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने राष्ट्रपति से अपने अधिकारों की रक्षा की गुहार लगाई है। पत्र लिखकर उन्होंने प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर राजनीतिक विद्वेष का आरोप लगाया है।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Wed, 30 Dec 2020 10:08 PM (IST)Updated: Thu, 31 Dec 2020 07:31 AM (IST)
यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष ने राष्ट्रपति को लिखा पत्र- मेरे अधिकारों की रक्षा करें, 23 बार किया गया गिरफ्तार
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार ने आरोप लगाया कि उन्हें पद के दायित्वों का निर्वहन नहीं करने दिया जा रहा।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। अपने कार्यकाल के दौरान प्रदर्शन करते हुए लगभग दो दर्जन बार गिरफ्तार किए जा चुके कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने अब सीधे राष्ट्रपति से अपने अधिकारों की रक्षा की गुहार लगाई है। पत्र लिखकर प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर राजनीतिक विद्वेष का आरोप लगाते हुए अपनी गिरफ्तारियों को सांविधानिक अधिकारों का हनन तथा अलोकतांत्रिक व अनैतिक बताया है। यही पत्र उन्होंने राज्यपाल, विधानसभा अध्यक्ष और मुख्यमंत्री को भी भेजा है।

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राष्ट्रपति को लिखे पत्र में यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने 28 दिसंबर को कांग्रेस के स्थापना दिवस पर पुलिस द्वारा रोके गए जुलूस का मुद्दा प्रमुखता से उठाया है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेसजन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने जा रहे थे, लेकिन रोक दिया गया। पुलिस ने रोकने का कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया।

अजय कुमार लल्लू ने ब्योरा दिया है कि उन्हें अब तक 23 बार गिरफ्तार किया गया है। तब भी गिरफ्तार किया गया, जब कोविड-19 का नामो-निशान तक नहीं था। फिर कोरोना काल में जब प्रदेश सरकार खुद कहने लगी कि कोरोना का असर घट गया। तमाम गतिविधियों को अनुमन्य कर दिया गया, तब भी कांग्रेस के कार्यक्रमों को धारा 144 और कोरोना संक्रमण का हवाला देकर रोका और उनके (लल्लू) सहित कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया।

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने आरोप लगाया कि उन्हें पद के दायित्वों का निर्वहन नहीं करने दिया जा रहा। राजनीतिक, मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। संविधान में प्रदत्त अधिकारों का उल्लेख करते हुए लल्लू ने पत्र में लिखा कि आम नागरिक के साथ ही उत्तर प्रदेश विधानसभा सदस्य के रूप में उन्हें मिले अधिकारों का हनन किया जा रहा है। राष्ट्रपति, राज्यपाल और विधानसभा अध्यक्ष से अधिकारों की रक्षा का निवेदन करते हुए मुख्यमंत्री से भी व्यथा का संज्ञान लेने का आग्रह किया गया है।


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