UP Chunav 2022: मुलायम सिंह यादव के मैनपुरी से चुनाव लड़ सकते हैं सपा प्रमुख अखिलेश यादव
UP Vidhan Sabha Chunav 2022 सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को लखनऊ में पत्रकार वार्ता में कहा कि अगर वे चुनाव लड़ते हैं तो आजमगढ़ की जनता से अनुमति लेकर ही लड़ेंगे। आजमगढ़ की जनता से अनुमति लेना इसलिए जरूरी है क्योंकि उन्होंने मुझे जिताकर सांसद बनाया है।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने पिता व सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के संसदीय क्षेत्र मैनपुरी की किसी विधान सभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। अखिलेश ने आजमगढ़ की गोपालपुर सीट से चुनाव लड़ने की अटकलों पर यह कहते हुए विराम लगा दिया है कि 'पार्टी जहां से कहेगी वहां से चुनाव लड़ूंगा पर योगी जी से पहले लड़ूंगा।' चूंकि योगी आदित्यनाथ जिस गोरखपुर शहर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं उसका चुनाव छठे चरण में है और आजमगढ़ की गोपालपुर सीट के लिए सातवें चरण में मतदान होना है, इसलिए माना जा रहा है कि अखिलेश तीसरे चरण में शामिल मैनपुरी जिले से चुनावी मैदान में उतर सकते हैं।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को लखनऊ में पत्रकार वार्ता में कहा कि अगर वे चुनाव लड़ते हैं तो आजमगढ़ की जनता से अनुमति लेकर ही लड़ेंगे। आजमगढ़ की जनता से अनुमति लेना इसलिए जरूरी है, क्योंकि उन्होंने मुझे जिताकर सांसद बनाया है। दरअसल, पार्टी नेताओं का मानना है कि सपा अध्यक्ष के चुनाव लड़ने से कार्यकर्ताओं पर सकारात्मक असर पड़ेगा। पार्टी के अंदर खाने उनके लिए सीटों पर भी मंथन शुरू हो गया है।
गोपालपुर विधान सभा सीट के अलावा मैनपुरी संसदीय सीट में आने वाली विधान सभा सीट मैनपुरी व करहल से चुनाव लड़ने की चर्चाएं चल रही हैं। गोपालपुर सीट से चुनाव लड़ने की चर्चा को अखिलेश ने बुधवार को विराम लगा दिया है। अखिलेश के बयान से साफ है कि वे विधान सभा चुनाव लड़ने के लिए ऐसी सीट चुन रहे हैं, जहां छठे चरण से पहले मतदान होना है। मैनपुरी से लड़ने की संभावना इसलिए भी प्रबल है क्योंकि यहां तीसरे चरण में मतदान होने के साथ ही यह सीट सपा के अपने गढ़ में है। सियासी समीकरण के हिसाब से अखिलेश के लिए सबसे सुरक्षित सीट है। पूर्व रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव यहां से सांसद हैं। मैनपुरी संसदीय सीट पर सपा पिछले नौ चुनाव से जीत रही है।
कई जिलों में पड़ेगा असर : सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के मैनपुरी से चुनाव लड़ने का असर आस-पास के कई जिलों पर पड़ेगा। पार्टी के रणनीतिकारों का मानना है कि अखिलेश यदि मैनपुरी की किसी सीट से लड़ते हैं तो कानपुर और आगरा मंडल की कई सीटों पर प्रभाव पड़ेगा। इनमें फिरोजाबाद, एटा, औरैया, इटावा, कन्नौज, फर्रुखाबाद आदि जिले शामिल हैं।