UP Budget 2021 Reactions: मायावती बोलीं- बजट अति निराश करने वाला, अखिलेश ने कहा-किसानों के साथ फिर धोखा
UP Budget 2021 Reactions पेपरलेस बजट को जहां उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बेहद जनपयोगी बताया वहीं बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती के साथ समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस बजट को निराश करने वाला बताया है।
लखनऊ, जेएनएन। 'UP Budget 2021 Reactions: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने सोमवार को साढ़े पांच लाख करोड़ से अधिक की धनराशि का बजट पेश किया। इस पेपरलेस बजट को जहां उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बेहद जनपयोगी बताया वहीं बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती के साथ समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस बजट को निराश करने वाला बताया है।
उत्तर प्रदेश सरकार के बजट पर बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने अपनी प्रतिक्रिया पर दो ट्वीट किया है। मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा में आज पेश भाजपा सरकार का बजट भी केंद्र सरकार के बजट की तरह ही हैं। यह बजट प्रदेश में खासकर बेरोजगारी की क्रूरता दूर करने के लिए रोजगार आदि के मामले में अति-निराश करने वाला है। केंद्र सरकार की तरह उत्तर प्रदेश के बजट में भी जनता को वायदे के साथ हसीन सपने दिखाने का प्रयास किया गया है। उन्होंने कहा कि यूपी की लगभग 23 करोड़ जनता के विकास की लालसा की तृप्ति के मामले में यूपी सरकार का रिकार्ड केंद्र व यूपी में एक ही पार्टी की सरकार होने के बावजूद भी वायदे के अनुसार संतोषजनक नहीं रहा। खासकर गरीबों, कमजोर वर्गों व किसानों की समस्याओं के मामले में भी उत्तर प्रदेश सरकार का यह बजट भी अति-निराशाजनक है।
सभी वर्ग को धोखा देने के साथ ही पूंजीपतियों को लाभ देने वाला बजट: अखिलेश यादव-प्रयागराज दौरे पर अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश सरकार के बजट पर कहा कि यह तो सभी वर्ग को धोखा देने के साथ ही पूंजीपतियों को लाभ देने वाला बजट है। अखिलेश यादव ने कहा कि बजट में भी किसानों के साथ धोखा हुआ है। सरकार ने एक बार फिर से किसानों को धोखा दिया। यह सरकार तो सिर्फ उद्योगपतियों को लाभ पहुंचा रही है। सरकार तो किसानों को फसल की एमएसपी नहीं दे पाई। आज भी किसान के सामने संकट है और किसान परेशान हैं। देश में डीजल-पेट्रोल की कीमतें आसमान छू रही हैं।
पेपरलेस बजट में किसान, मज़दूर, युवा, नारी व कारोबारी
किसी के भी हाथ कुछ न आया, रह गये सबके हाथ खाली।
भाजपा का ये ‘विदाई बजट’ सबको रुला गया है। #नहीं_चाहिए_भाजपा— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 22, 2021
उन्होंने कहा कि प्रदेश में गंगा नदी तो साफ नहीं हुई बजट साफ हो गया। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में हर वर्ग परेशान है। भाजपा ने हमेशा देश में नफरत फैलाने का काम किया है। बजट में झूठ बोला जा रहा है। किसानों, युवाओं के लिए कुछ नहीं किया। सरकार बस उद्योगपतियों और पूंजीपतियों के लिए ही यह काम कर रही है। प्रदेश सरकार का अंतिम बजट आज पूरा हो गया है। यह पांचवां बजट था। अब उनके पास करने को कुछ नहीं है। ïउन्होंने कहा सपा की सरकार बनने पर हर वर्ग के लिए कल्याणकारी योजनाएं शुरू की जाएंगी।
कोई भी उद्योग नहीं लगा पाई सरकार: अजय कुमार लल्लू- उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि योगी आदित्यनाथ सरकार को उत्तर प्रदेश के युवाओं को बेरोजगार ही रखना चाहती है। प्रदेश सरकार 56 लाख के सापेक्ष चार लाख रोजगार बताए। इसके बाद भी 24 में से 22 भर्ती अटकी पड़ी है। सरकार एक भी उद्योग नहीं लगा पाई। बुंदेलखंड हो या पूर्वांचल या मध्यांचल कोई जगह, कहीं भी उद्योग नहीं लगा। निषाद भाइयों को कांग्रेस सरकार में जमीन के पट्टे का अधिकार था, बालू का अधिकार था, उनके लिए कोई योजना नहीं है। ब्रांडिंग और पीआर से उत्तर प्रदेश नहीं चल सकता है। यहां पर सुपोषण की बात कही गई। कुपोषण का शिकार सबसे अधिक उत्तर प्रदेश है। गौवंश के लिए भी पर्याप्त बजट नहीं दिया गया।किसानों की आय 2022 तक दोगुना करने को कहा गया है। गन्ने का रिकॉर्ड भुगतान करने को कहा गया। असलियत कुछ और है। कोई भी धान क्रय केंद्रों पर चला जाए, कोई रिकॉर्ड खरीदारी नहीं हुई है।
रालोद ने बताया विकासहीन बजट: राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने उत्तर प्रदेश सरकार के बजट को विकासहीन और किसान विरोधी बताते हुये कहा कि उत्तर प्रदेश के किसानों को सरकार के अंतिम बजट से बड़ी उम्मीदें बधी थी कि सरकार अपने बजट भाषण में अच्छी घोषणाएं करेगी लेकिन बजट देखने के बाद उत्तर प्रदेश के किसानों को निराषा ही हाथ लगी है। इस बजट में किसान, मंहगाई व आम आदमी के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गयी है। कुल मिलाकर उत्तर प्रदेश सरकार का यह बजट जनता को गुमराह करने वाला है। अनिल दुबे ने कहा कि बजट में किसानों की आय दोगुनी करने की बात जरूर की गयी है, लेकिन सरकार ने यह नहीं बताया कि किस तरह से किसानों की आय बढ़ाने का काम करेगी क्योंकि बजट में न तो गन्ना मूल्य बढाने की घोषणा की गयी है और न ही पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस के दाम कम करने की कोई घोषणा की गयी है और न ही युवाओं के रोजगार के बारे में कोई योजना बनाई गयी है।
चार बजट में कोई विकास कार्य नहीं दिखा: रामगोविंद चौधरी-विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष पूर्व कैबिनेट मंत्री रामगोविंद चौधरी ने कहा कि इससे पहले के भी चार बजट में कोई विकास कार्य नहीं दिखा है। इसमें पेट्रोलियम कीमतों को लेकर रोडमैप नहीं है। चौधरी ने कहा कि यह बजट पेपरलेस के साथ रोजगार लेस है। इसमें यह तो बताया नहीं गया कि किसानों का कितना बकाया है। अगर अधिक बकाया है तो फिर उसको कैसे दिया जाएगा। यह तो धोखा देने वाला बजट है। रामगोविंद चौधरी ने कहा कि इस बार पेपरलेस व्यवस्था में बहुत परेशानी हुई। बजट तो आईपैड में 30 मिनट बाद लोड हुआ। अब तो यह तय है कि जब सरकार हटेगी तो महंगाई काबू में आएगी।
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