UP Budget 2020: चिकित्सा संस्थानों में अब 'सुपर इलाज, KGMU-PGI-LOHIA को मिली ये सुविधाएं
UP Budget 2020 यूपी बजट में केजीएमयू लोहिया संस्थान व पीजीआइ में सेवाओं के विस्तार को मिली हरी झंडी।
लखनऊ, जेएनएन। UP Budget 2020: शहर के सुपर स्पेशियलिटी चिकित्सा संस्थानों में सेवाओं का विस्तार होगा। सरकार ने करोड़ों रुपये बजट के साथ-साथ इनमें एडवांस सेंटर खोलने का एलान किया है। ऐसे में ऑर्गन व डिजीज बेस्ड इलाज का नया ढांचा बनेगा। वहीं गत वर्ष के कुल बजट से भले ही अभी धन कम हो, मगर विशेषज्ञों के मुताबिक सप्लीमेंट बजट मिलने पर आंकड़ा पार हो जाएगा।
केजीएमयू : देश का पहला एडवांस रेटिनोपैथी सेंटर
केजीएमयू के नेत्र रोग विभाग में एडवांस डायबिटिक रेटिनोपैथी सेंटर बनेगा। विभाग के डॉ. संदीप सक्सेना ने सेंटर का प्रस्ताव तैयार किया था। उन्होंने बताया कि नौ करोड़ रुपये सेंटर पर खर्च होगा। चतुर्थतल पर 30 बेड पर भर्ती की व्यवस्था व लैब होगी। इसमें डायबिटीज मरीज की आंखों में खून की नसों में ब्लॉकेज, नसों में लीकेज, फैट जमा होना, आंख में पानी बनना समेत सभी बीमारी की जांच व इलाज की व्यवस्था होगी। इसमें फंडस फोटो ग्राफी मशीन, एंजियोग्राफी मशीन, ओसीटी मशीन समेत हाईटेक लेजर व माइक्रोस्कोप होंगे।
-बजट मिला : 919-गत वर्ष मिला : 981.97
-पीजीआइ : नए सेंटर में पैंक्रियाज ट्रांसप्लांट
देश में डायबिटीज महामारी बनकर उभर रही है। रोगियों में अनियंत्रित शुगर से हार्ट, नर्व, आंख, पैरों समेत कई बीमारी हो रही हैं। ऐसे में पीजीआइ में एडवांस्ड डायबिटीज एंड इंडोक्राइन साइंसेस सेंटर खोला जाएगा। इसपर 40 करोड़ खर्च होगा। इसमें डायबिटीज से जुड़ी सभी बीमारियों का एक छत तले इलाज की सुविधा होगी। शरीर में ग्रंथि से जुड़ी बीमारियों का निदान होगा। भविष्य में पैंक्रिया ट्रांसप्लांट की योजना है। इसमें बीटा सेल ट्रांसप्लांट कर डायबटीज का इलाज संभव होगा। इसके अलावा अन्य बजट से एडवांस रीनल ट्रांसप्लांट सेंटर, इमरजेंसी मेडिसिन, लिवर ट्रांसप्लांट सेंटर का काम होगा।
-बजट मिला : 820 करोड़--गत वर्ष मिला 842.45 करोड़
लोहिया संस्थान : न्यूरोसर्जरी-न्यूरोलॉजी का एक साथ इलाज
लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान को मिले बजट से न्यूरो साइंसेस सेंटर बनेगा। इसमें लगने वाली 36 करोड़ रुपये की गामा मशीन का धन पहले मिल चुका है। वहीं बजट में पांच करोड़ रुपये भवन के लिए मिल गया है। ऐसे में अब मरीजों को न्यूरो का संर्पूण इलाज एक छत तले मिलेगा। न्यूरोलॉजी-न्यूरो सर्जरी के सेंटर में 60-60 बेड होंगे। इसमें हेड इंजरी, स्पाइन सर्जरी यूनिट व ब्रेन ट्यूमर सर्जरी यूनिट होंगी। इसके अलावा ब्रेन स्ट्रोक के इलाज की यूनिट 24 घंटे रन करेगी। साथ ही शहीद पथ स्थित कैंपस में 15 मंजिला ब्वॉयज हॉस्टल, 14 तल के गल्र्स हॉस्टल, 14 तल का फैकल्टी टॉवर, 14 तल तक नर्सेज टावर के निर्माण को गति मिलेगी।
मिला बजट : 477 करोड़--गत वर्ष मिला : 404
कैंसर संस्थान : हर कैंसर का होगा इलाज
कैंसर संस्थान जल्द ही रन करने का प्लान है। यहां स्टाफ भर्ती प्रक्रिया जल्द होगी। वहीं नए बजट से मशीन व उपकरण और खरीदे जाएंगे। यहां मॉड्यूलर ओटी बन ही चुकी हैं। वहीं रेडियोथेरेपी की एक मशीन लग चुकी है। मगर, यह मशीन आधा दर्जन के करीब लगेंगी। इसके साथ ही इंडोर व इमरजेंसी सर्विसेज के लिए उपकरण मंगवाए जाएंगे। वर्ष भर में 500 बेड का अस्पताल रन करने का लक्ष्य है। कैंसर संस्थान का परिसर 101 एकड़ में है। संस्थान में ऑर्गन बेस्ड कैंसर का इलाज होगा। इसे चरण वार रन किया जाएगा। इसमें पीजीआइ की दर पर इलाज मिलेगा।
बजट मिला : 187 करोड़----गत वर्ष मिला : 248 करोड़