पीएम मोदी के काशी प्रवास पर विवादित बयान देकर घिरे अखिलेश यादव, भाजपा नेताओं का चौतरफा हमला
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने खेद व्यक्त किया कि अखिलेश यादव ने जिस ढंग से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लेकर ओछी प्रतिक्रिया दी है वह दिखाता है कि काशी का कायाकल्प और भारतीय संस्कृति का बढ़ता गौरव उनको पच नहीं रहा। बाबा विश्वनाथ अखिलेश को सद्बुद्धि दें।
लखनऊ, जेएनएन। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के काशी प्रवास पर विवादित बयान देकर समाजवादी पार्टी (एसपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भाजपा नेताओं के निशाने पर आ गए। उनका वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ और उन पर चौतरफा हमले शुरू हो गए। उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने अखिलेश को औरंगजेब की विचारधारा वाला बताया तो केंद्रीय मंत्री और पार्टी के प्रदेश चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने सपा मुखिया को जिन्नावादी और उनके बयान को शर्मनाक बताया।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जिस ढंग से प्रधानमंत्री को लेकर ओछी प्रतिक्रिया दी है, वह दिखाता है कि काशी का कायाकल्प और भारतीय संस्कृति का बढ़ता गौरव उनको पच नहीं रहा। ऐसी अमर्यादित और असंस्कारित भाषा का प्रयोग दिखाता है कि काशी के कायाकल्प और भारतीय संस्कृति के गौरव की टीस उनके मन में बनी हुई है। अध्यक्ष ने कहा कि सपा अध्यक्ष की सोच आज भी रामभक्तों पर गोलियां चलवाने वाली और भारत की सांस्कृतिक विरासत को क्षति पहुंचाने वाले औरंगजेब की विचारधारा के साथ हैं। वे बाबा विश्वनाथ का दर्शन करें। बाबा विश्वनाथ उन्हें सद्बुद्धि दें।
केंद्रीय मंत्री और पार्टी के प्रदेश चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने ट्वीट किया- 'सोच ईमानदार और काम दमदार हो तो फीता काटने वाले विचलित हो ही जाते हैं। सनातन सभ्यता, देश और काशी को जो आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सौगात दी है। प्रदेश और देश में जो आज मोदी जी के लिए अपार श्रद्धा दिखाई दी है, जिन्नावादी उससे बौखलाकर अमर्यादित बयान दे रहे हैं। शर्मनाक।'
वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री व प्रदेश के सह चुनाव प्रभारी अरविंद मेनन ने लिखा- 'बेहद ही शर्मनाक एवं आपत्तिजनक बयान अखिलेश यादव जी। हार तय देखकर आपका बौखलाना स्वाभाविक है, परंतु उस बौखलाहट में मर्यादा तो न भूलें। प्रधानमंत्री के पद का न सही, प्रधानमंत्री की उम्र का तो ख्याल किया होता आपने।
वहीं, उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया से पता चलता है कि वह काशी के पुनर्विकास और यहां की बढ़ती भारतीय संस्कृति के गौरव को पचा नहीं पा रहे हैं। यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि वह भारतीय संस्कृति से नहीं बल्कि जिन्ना संस्कृति से प्रेरित हैं। ऐसे में वह इस तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है।
मंत्री डा. महेंद्र सिंह ने कहा कि एक तरफ आज पूरा देश काशी विश्वनाथ धाम का भव्य रूप देखकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रशंसा कर रहा है, वहीं दूसरी तरफ जिन्नावादी मानसिकता से ओतप्रोत अखिलेश ये सब देखकर इतना बौखला गए हैं कि पीएम मोदी के लिए ऐसा घटिया बयान दे डाला।
#WATCH | "It's good that the programmes are one-month long (for Kashi Vishwanath in Varanasi). They (PM Modi & other BJP leaders) should stay there for not only one, two or three months, people also spend their last moments in Banaras," says SP Chief Akhilesh Yadav, in Saifai. pic.twitter.com/Sqs1AE2hoT— ANI UP (@ANINewsUP) December 13, 2021
बता दें कि इटावा के सैफई पहुंचे अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के काशी दौरे को लेकर तंज कसा कि यह अच्छी बात है कि वो जगह रहने वाली है, आखिरी समय में बनारस में ही रहने जाया जाता है। उन्होंने कहा है कि भाजपा जनता के सामने झूठ बोल रही है लेकिन भगवान के सामने झूठ नहीं बोलना चाहिए। पूरे प्रदेश में विकास के कोई कार्य नहीं किए गए हैं। इस बार जनता ने मन बना लिया है कि वह भाजपा की सरकार को प्रदेश से हटाने जा रही है। इस सरकार में किसान, नौजवान, शिक्षक, व्यापारी सहित हर वर्ग के लोग परेशान हैं।