एटीएस को संतकबीरनगर से गिरफ्तार रोहिंग्या अजीजुल हक की मिली रिमांड, तलाशे जाएंगे टेरर फंडिंग के लिंक
यूपी एटीएस ने संतकबीरनगर से गिरफ्तार अजीजुल को गुरुवार को लखनऊ स्थित कोर्ट में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया। एटीएस की अर्जी पर कोर्ट ने शुक्रवार सुबह 10 बजे से अजीजुल की सात दिनों की पुलिस कस्टडी रिमांड मंजूर की है।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने उत्तर प्रदेश में संतकबीरनगर जिले के खलीलाबाद में अवैध ढंग से रह रहे जिस रोहिंग्या अजीजुल हक को गिरफ्तार किया है। पूछताछ और छानबीन के बाद उसका मुंबई और हैदराबाद समेत अन्य शहरों में नेटवर्क सामने आया है। अजीजुल के टेरर फंडिंग में शामिल होने की आशंका गहराती जा रही है। छानबीन के लिए एटीएस की दो टीमें मुंबई व हैदराबाद भेजी जा रही हैं।
यूपी एटीएस ने जाली दस्तावेजों के जरिये बनवाए गए दो पासपोर्ट, आधार कार्ड व अन्य प्रपत्रों के साथ गिरफ्तार अजीजुल हक को गुरुवार को लखनऊ स्थित कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। एटीएस की अर्जी पर कोर्ट ने शुक्रवार सुबह 10 बजे से अजीजुल की सात दिनों की पुलिस कस्टडी रिमांड मंजूर की है। एटीएस अब उससे आमने-सामने पूछताछ करने की तैयारी कर रही है। एटीएस ने पूरे मामले से जुड़े छह संदिग्धों से भी लंबी पूछताछ की है, जिनका अब अजीजुल से सामना भी कराया जाएगा।
एटीएस म्यांमार निवासी रोहिंग्या अजीजुल के मामले में मुख्यता दो बिंदुओं पर छानबीन के कदम आगे बढ़ा रही है। इनमें फर्जी दस्तावेज बनवाने में अजीजुल के मददगारों व उसके पांच बैंच खातों में रकम जमा करवाने वालों की छानबीन की जा रही है। सूत्रों का कहना है कि अजीजुल वर्ष 2011 से 2015 के बीच करीब तीन साल मुंबई में रहा था। उसके खातों में मुंबई से भी रकम भेजी गई थी। इसके अलावा हैदराबाद में भी उसका नेटवर्क सामने आया है। यही वजह है कि एटीएस की दो टीमें मुंबई व हैदराबाद भेजी जा रही हैं, जहां उसके नेटवर्क में रहे लोगों के बारे में सिलसिलेवार छानबीन की जाएगी।
अजीजुल के खातों में विदेश से भी रकम भेजी गई है। एटीएस अधिकारियों का कहना है कि बैंक खातों की पड़ताल के आधार पर अजीजुल से कई बिंदुओं पर पूछताछ के बाद ही कई तथ्य पूरी तरह से स्पष्ट हो सकेंगे। अजीजुल के भाई मु.नूर व बहनोई नूर आलम की भी तलाश की जा रही है। सूत्रों का कहना है कि एटीएस की छानबीन में अजीजुल के फर्जी दस्तावेज बनवाने में संतकबीरनगर निवासी दो अन्य लोगों की भूमिका भी सामने आई है। एटीएस अजीजुल के मददगारों की जल्द गिरफ्तारी भी कर सकती है।
बता दें कि एटीएस ने संतकबीरनगर के खलीलाबाद में अवैध ढंग से रह रहे रोहिंग्या अजीजुल हक को बुधवार को गिरफ्तार किया था। उसके विरुद्ध एटीएस के लखनऊ थाने में धोखाधड़ी, 14 विदेशी अधिनियम व 12 पासपोर्ट अधिनियम के तहत एफआइआर दर्ज की गई है। अजीजुल ने फर्जी राशन कार्ड, मार्कशीट व प्राथमिक पाठशाला के ट्रांसफर सार्टीफिकेट का इस्तेमाल कर दो पासपोर्ट व आधार कार्ड समेत अन्य दस्तावेज बनवाए हैं।