UP ATS ने रोहिंग्या अजीजुल के मददगार संतकबीरनगर से अब्दुल मन्नान को भी किया गिरफ्तार
एटीएस ने अजीजुल के पकड़े जाने के बाद संतकबीरनगर के खलीलाबाद निवासी अब्दुल मन्नान से भी पूछताछ की थी। अजीजुल ने फर्जी दस्तावेज बनवाने में मन्नान के मदद करने की बात स्वीकार की जिसके बाद एटीएस ने आरोपित अब्दुल मन्नान को भी गिरफ्तार कर लिया।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) का शिकंजा अब रोहिंग्या अजीजुल के फर्जी दस्तावेज बनवाने में मददगार रहे आरोपितों पर कसना शुरू हो गया है। एटीएस ने अजीजुल से आमना-सामना कराने के बाद उसके मददगार रहे नगर पालिका खलीलाबाद के संविदा कर्मचारी अब्दुल मन्नान को भी गिरफ्तार कर लिया है। मन्नान से फर्जी दस्तावेजों के जरिए अजीजलु के दो पासपोर्ट समेत अन्य दस्तावेज बनवाने में मददगार रहे अन्य युवकों के बारे में पूछताछ शुरू की है। जल्द इस मामले में कुछ अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी भी हो सकती है। हालांकि एटीएस अब तक अजीजुल के बहनोई नूर आलम व भाई मु.नूर का पता नहीं लगा सकी है।
एटीएस ने अजीजुल के पकड़े जाने के बाद संदेह के घेरे में आए संतकबीरनगर के खलीलाबाद निवासी अब्दुल मन्नान से भी लंबी पूछताछ की थी, लेकिन फिर उसे छोड़ दिया गया था। रोहिंग्या अजीजुल को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ चल रही थी। एटीएस अजीजुल को लेकर शनिवार को खलीलाबाद पहुंची और अब्दुल्ल मन्नान से सामना कराया गया।
अजीजुल ने फर्जी दस्तावेज बनवाने में मन्नान के मदद करने की बात स्वीकार की, जिसके बाद एटीएस ने आरोपित अब्दुल मन्नान को भी गिरफ्तार कर लिया। अब्दुल मन्नान ने अजीजुल के जाली शैक्षणिक व अन्य दस्तावेज बनवाए थे। सूत्रों का कहना है कि उसने अजीजुल को सरकारी दस्तावेज हासिल करने का तरीका भी बताया था। इसमें शामिल कुछ अन्य लोगों के बारे में भी छानबीन की जा रही है।
दूसरी ओर एटीएस की टीमें मुंबई व हैदराबाद में अजीजुल के खातों में रकम भेजने वालों के बारे में भी छानबीन कर रही हैं। मामले में टेरर फंडिंग की आशंका के चलते करीब 12 बैंक खातों का ब्योरा खंगाला जा रहा है। विदेश के कुछ खातों का ब्योरा भी जुटाया जा रहा है। कई खाता धारकों के बारे में अजीजुल से लंबी पूछताछ भी की गई है। अजीजुल के खातों में मलेशिया व सऊदी अरब से भी रुपये भेजे गए थे। बता दें कि एटीएस ने संतकबीरनगर के खलीलाबाद से रोहिंग्या अजीजुल हक को बुधवार को गिरफ्तार किया था।