लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे की सुरक्षा में 'यूपी-100
अपर पुलिस महानिदेशक कानून-व्यवस्था दलजीत सिंह चौधरी ने एक्सप्रेस-वे पर पडऩे वाले जिलों के एसपी-एसएसपी, डीआइजी रेंज और आइजी जोन को सुरक्षा के लिए जवाबदेह बनाया है।
लखनऊ (जेएनएन)। लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे के लिए पुलिस ने फूलप्रूफ सुरक्षा योजना बनाई है। अपर पुलिस महानिदेशक कानून-व्यवस्था दलजीत सिंह चौधरी ने एक्सप्रेस-वे पर पडऩे वाले जिलों के एसपी-एसएसपी, डीआइजी रेंज और आइजी जोन को सुरक्षा के लिए जवाबदेह बनाया है। यह सुरक्षा यूपी-100 के हवाले की गई है। यूपी-100 के वाहन हाईवे पर किसी भी तरह की चुनौती और आपदा में मददगार बनेंगे। यह व्यवस्था 22 दिसंबर से प्रभावी हो जाएगी।
पुलिस महानिरीक्षक एसटीएफ रामकुमार ने गुरुवार को पत्रकारों को बताया कि 302 किलोमीटर लंबे आगरा एक्सप्रेस-वे पर हर 30 किलोमीटर पर एक पेट्रोलिंग गाड़ी लगाई जाएगी। एक्सप्रेस-वे पर कुल 10 गाडिय़ां रहेगी। बुलंदशहर हाईवे पर मां-बेटी के साथ दुष्कर्म और लूट की घटना ने पुलिस की खूब किरकिरी कराई। ऐसी घटनाओं से सबक लेकर पुलिस आगरा एक्सप्रेस-वे की सुरक्षा में कहीं पर भी चूक नहीं होने देना चाहती। गुरुवार को डीजीपी जावीद अहमद के निर्देश पर एडीजी कानून-व्यवस्था दलजीत सिंह चौधरी ने लखनऊ, कानपुर, मेरठ और आगरा जोन के पुलिस महानिरीक्षकों के साथ बैठक की। आगरा एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन 23 दिसंबर को प्रस्तावित है। इसके दृष्टिगत एडीजी ने 302 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस-वे की सुरक्षा के लिए कार्ययोजना पर विमर्श किया। एक्सपे्रस-वे में आगरा, फीरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, कन्नौज, कानपुर नगर, उन्नाव, हरदोई और लखनऊ जिले पड़ेंगे। इनके लिए यूपी-100 की गाडिय़ां संसाधनों से लैस रहेंगी।