लखनऊ पहुंची केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल, कहा-प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिलाया जनजातियों का खोया हक
अनुप्रिया पटेल ने कहा कि भारत का आम नागरिक जनजातीय समुदाय से भावनात्मक रूप से जुड़े ऐसा भाव हर ह्दय में उत्पन्न होना चाहिये। अपील की कि जनजातियों से भावनात्मक रूप से जुड़े आम आदमी। कहा जनजातीय संग्रहालय से होगा मिर्जापुर और सोनभद्र का विकास।
लखनऊ, जेएनएन। केंद्रीय वाणिज्य राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि हम सभी के लिए हर्ष का विषय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर आज देश के हर कोने में भगवान बिरसा मुंडा की जयंती उत्सव की तरह मनाई जा रही है। गोमती नगर स्थित भागीदारी भवन के सभागार में सोमवार को अनुप्रिया पटेल ने कहा कि आज रांची में म्यूजियम का लोकार्पण पीएम ने स्वयं किया है। केंद्र सरकार 200 शूरवीरों की वीरगाथा को उजागर करने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा से अंग्रेजों में भय रहता था, तभी जेल में बंद करके यातनाएं दीं और मीठा जहर दिया गया।
उन्होंने कहा कि हमारे मिर्जापुर और सोनभद्र में जहां वनवासी और आदिवासी निवास करते हैं, वहां जनजातियों के लिए एक म्यूजियम की घोषणा समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री ने की है। वाणिज्य राज्यमंत्री ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ने लगान माफी के लिए संघर्ष किया। उन्होंने सशस्त्र क्रांति की। केवल 25 वर्ष की आयु में देश के लिए प्राण त्याग दिए। इससे पहले समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री ने कहा कि जब धर्म की हानि होती है तो कोई न कोई महामानव जरूर जन्म लेता है। ऐसे ही बिरसा मुंडा थे।
दोबारा इतिहास पढऩे की जरूरत : केंद्रीय वाणिज्य राज्यमंत्री ने कहा कि जो लोग जिन्ना की तुलना सरदार पटेल से करते हैं। उन्हें दोबारा इतिहास पढऩे की जरूरत है। उन्होंने कहा कि ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस देश में क्रांतिवीर और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की बराबरी इस तरह से की जाती है, मगर हमारी सरकार सेनानियों को पूरा सम्मान दे रही है।