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नौकरी गई तो रची हत्या की साजिश, 50 हजार में किया था कैशियर की मौत का सौदा

पीजीआइ क्षेत्र में यूको बैंक के कैशियर की गोली मारकर हत्या का मामला। साजिश में शामिल दो सगे भाई पिता समेत गिरफ्तार, एक अन्य को भी दबोचा। भाड़े के शूटरों को दिए थे 50 हजार रुपये।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Mon, 24 Sep 2018 04:27 PM (IST)Updated: Mon, 24 Sep 2018 08:27 PM (IST)
नौकरी गई तो रची हत्या की साजिश, 50 हजार में किया था कैशियर की मौत का सौदा
नौकरी गई तो रची हत्या की साजिश, 50 हजार में किया था कैशियर की मौत का सौदा

लखनऊ, (जागरण संवाददाता)।  पीजीआइ थाने की पुलिस ने यूको बैंक में कैशियर राहुल सिंह हत्याकांड का राजफाश किया है। हत्या की साजिश रचने के आरोप में पुलिस ने दो सगे भाइयों को उनके पिता समेत गिरफ्तार किया है। एसएसपी कलानिधि नैथानी के मुताबिक आरोपितों ने साजिश रचकर भाड़े के शूटरों से राहुल की हत्या करवाई थी। आरोपित पिता और उसके पुत्रों समेत कुल चार लोग पकड़े गए हैं। दोनों शूटर अभी फरार हैं, जिनकी तलाश में पुलिस दबिश दे रही है।

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एसएसपी ने बताया कि मूलरूप से निहाल खेड़ा मजरा धनकोली थाना विहार, उन्नाव निवासी राहुल के पिता अजय पाल सिंह का उनके पड़ोसी तेजबहादुर सिंह से काफी दिनों से रंजिश चल रही थी। तेजबहादुर के बेटे लोकेंद्र ने फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्र लगाकर अध्यापक की नौकरी हासिल की थी। इस बारे में पता चलने पर अजय पाल ने वर्ष 2013 में सूचना के अधिकार नियम के तहत जानकारी मांगी थी। इससे फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्र लगाए जाने की बात सार्वजनिक हो गई थी। 25 मई 2017 को लोकेंद्र को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था। इससे वह नाराज था और उसने पिता, भाई और अन्य आरोपितों संग मिलकर हत्या की साजिश रच डाली।

छह माह पूर्व दी थी सुपारी
पकड़े गए आरोपितों ने छह माह पूर्व अजगैन निवासी गुड्डू उर्फ दीपक को 50 हजार रुपये हत्या के लिए सुपारी दी थी। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि दो साल पहले सभी रायबरेली के रत्तापुर गए थे। वहां उन्होंने राहुल और उसके पिता अजयपाल से मुलाकात कर समझौते के लिए कहा था, लेकिन दोनों पक्षों में बहस हो गई थी। इस दौरान राहुल ने कहा था कि अगर उनके परिवार को कुछ हुआ तो इसका परिणाम ठीक नहीं होगा। इसके बाद से आरोपित मौके की तलाश में थे।

मामा ने भांजे से की थी डील
इंस्पेक्टर ने बताया कि पकड़ा गया आरोपित अनिल मानवेंद्र की पत्नी का मौसा है और सुपारी लेने वाले गुड्डू का मामा है। अनिल ने गुड्डू से बात कर हत्या की डील लोकेंद्र और उसके घरवालों से कराई थी। इसके बाद उसने इस काम के लिए अपने साथी सूरजपाल को साथ में लिया था। दोनों ने चार दिन तक राहुल की रेकी की और सही स्थान चिंहित कर घटना को अंजाम दे दिया था। छानबीन के दौरान पुलिस को सीसी कैमरों में हमलावरों की तस्वीर भी मिल गई, जो राहुल का पीछा करते दिखे थे।

यह था मामला
सेक्टर नौ वृंदावन कॉलोनी एल्डिको अपार्टमेंट निवासी राहुल सिंह की 14 सितंबर को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वह गोसाईगंज शाखा के यूको बैंक में कैशियर थे और एयर फोर्स से सेवानिवृत थे। हमलावरों ने पीजीआइ थाना क्षेत्र के बरौना के पास सेंवई रोड पर वारदात को अंजाम दिया था।


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