छेड़छाड़ के विरोध पर किशोरी को जिंदा जलाया-मौत, दो पुलिसकर्मी लाइन हाजिर-एक आरोपित अरेस्ट Sitapur News
सीतापुर एएसपी दक्षिणी एमपी सिंह को सौंपी गई मामले में पुलिस की भूमिका को लेकर जांच दो पुलिसकर्मी लाइन हाजिर। मामले में एक आरोपित युवक गिरफ्तार। कड़ी सुरक्षा में अंतिम संस्कार।
सीतापुर, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले स्थित एक गांव में छेड़छाड़ के विरोध में शोहदों ने किशोरी को जिंदा जला दिया। हादसे में बुरी तरह झुलसी किशोरी की सांसे दो दिन तक जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष करती रहीं। बीते गुरुवार की रात लखनऊ के सिविल अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मामले में शुक्रवार को एसपी एलआर कुमार ने शाहमहोली चौकी प्रभारी राजेश यादव और एक महिला सिपाही को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया है। वहीं, इस मामले में पुलिस की भूमिका को लेकर जांच एएसपी दक्षिणी एमपी सिंह को सौंपी गई है।
एसपी ने बताया कि यदि जांच में पुलिसकर्मियों की लापरवाही पाई जाएगी तब उनपर कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में पुलिस ने किशोरी को जिंदा जला देने वाले आरोपित युवक गोलू को गिरफ्तार कर लिया है।
ये है पूरा मामला
मामला शहर कोतवाली क्षेत्र के एक गांव का है। यहां बीते 21 अगस्त को छेड़छाड़ का विरोध करने पर शोहदे ने एक किशोरी को आग लगा दी थी। परिवारजनों ने गांव के ही गोलू नाम के युवक के खिलाफ केस दर्ज कराया था। इस घटना में किशोरी बुरी तरह से झुलस गई थी। किशोरी को नाजुक हालत में जिला अस्पताल से ट्रामा सेंटर लखनऊ रेफर कर दिया था। लखनऊ में किशोरी को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां एडीजी राजीव कृष्ण ने पीडि़ता का हाल जाना और सीतापुर पुलिस को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया था।
70 प्रतिशत झुलसा शरीर
सीएमएस डॉ. अनिल अग्रवाल का कहना था कि किशोरी का शरीर करीब 70 प्रतिशत तक झुलसा था। ऐसे में उसकी हालत खतरे में थी। मरीज को बेहतर इलाज की जरूरत थी। जिसकी वजह से उसे ट्रॉमा सेंटर लखनऊ रेफर कर दिया गया था।
इलाज दौरान तोड़ दम, कड़ी सुरक्षा के बीच अंतिम संस्कार
बीते गुरुवार 22 अगस्त की रात किशोरी ने इलाज दौरान दम तोड़ दिया। उसकी मौत को लेकर कोई विवाद न होने पाए इसको लेकर शुक्रवार को किशोरी के गांव में भारी भरकम पुलिस बल तैनात किया गया था। कड़ी सुरक्षा के बीच पीडि़ता के शव का अंतिम संस्कार कराया गया।