Illicit Alcohol in UP: उत्तर प्रदेश में जहरीली शराब का कहर, अयोध्या में दो की मौत; पांच की हालत गंभीर
उत्तर प्रदेश में जहरीली शराब विष फैलता ही जा रहा है। बीते दिन प्रतापगढ़ में चार लोगों की मौत के बाद अयोध्या में फैल रहा कहर। तीन गंभीरावस्था में अस्पताल में भर्ती। जिलाधिकारी अनुज झा ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। दोषियों पर कार्रवाई होगी।
अयोध्या, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में जहरीली शराब पीने से मौत के मामले बढ़ते जा रहे हैं। प्रयागराज और चित्रकूट के बाद अब अयोध्या में जहरीली शराब पीने से दो लोगों की मौत हो गई, जबकि पांच लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। घटना जिले के गोसाईंगंज थाना क्षेत्र के त्रिलोकपुर गांव की है। सभी ने होली के दिन निवर्तमान प्रधान राजनाथ वर्मा के घर शराब पी थी। दूसरे दिन से ही इनकी हालत बिगड़ने लगी। दो लोगों की मौत होने के बाद गांव में हड़कंप मचा तो मामला प्रकाश में आया।
जिलाधिकारी अनुज झा और एसएसपी शैलेश पांडेय ने गांव पहुंच कर प्रभावित परिवारों से मुलाकात की और निवर्तमान प्रधान के यहां भी दबिश देकर तलाशी ली। जिलाधिकारी ने बताया कि प्रथमदृष्टया पूछताछ में सामने आया है कि छह लोगों ने निवर्तमान प्रधान के यहां होली पर शराब पी थी। इनमें धर्मेंद्र वर्मा की मौत हो गई, जबकि राजेश, लाल बहादुर, जयश्री गौड़, मंशाराम व त्रिलोकीनाथ शर्मा की हालत गंभीर बनी हुई है।
एसएसपी ने बताया कि मुकदमा दर्ज करने का आदेश दे दिया गया है। यह पता लगाया जा रहा है कि शराब कहां से लाई गई थी। राजेश और जयश्री का इलाज लखनऊ में, लाल बहादुर वर्मा का इलाज शहर के निजी अस्पताल, जबकि मंशाराम और त्रिलोकीनाथ को दर्शन नगर मेडिकल कालेज भेजा गया है। गांव में निवर्तमान प्रधान के चचेरे भाई वीरेंद्र वर्मा की भी मृत्यु बुधवार को हुई थी। वह भी पार्टी में शामिल थे, लेकिन मृतक वीरेंद्र के स्वजनों का कहना है कि वह पीलिया से पीड़ित थे।
त्रिलोकपुर की घटना ने एकबार फिर आबकारी विभाग की नाकामी को उजागर किया है। गत दिनों यूपी एसटीएफ ने जिले के रौनाही थाना क्षेत्र में अवैध शराब बनाने की फैक्ट्री पकड़ी थी। यहां चुनाव में सप्लाई करने के लिए मिलावटी शराब बनाई जा रही थी। इस कारोबार में एक लाइसेंसी शामिल था। इससे पहले आबकारी के गोदाम से बरामद शराब की खेप गायब हो गई थी। सिटी सर्किल में भी गत वर्ष एसटीएफ ने अवैध शराब बनाने की फैक्ट्री पकड़ी थी। लगातार उजागर हो रहे मामलों के बाद भी आबकारी महकमे के सर्किल प्रभारियों की जवाबदेही तय नहीं हुई, जिसका नतीजा त्रिलोकपुर की घटना के रूप में सामने आया है।
प्रतापगढ़ में आठ की मौत: जिले के उदयपुर थाना क्षेत्र में मंगलवार रात से अब तक शराब पीने के बाद दो सगे भाइयों समेत आठ लोगों की मौत हो गई।यह साफ नहीं हो सका है कि शराब मिलावटी थी अथवा जहरीली। इस मामले में एसओ उदयपुर को लापरवाह मानते हुए निलंबित कर दिया गया है। प्रयागराज से पहुंची आबकारी विभाग की टीम ने भी जांच की।