Lockdown in Lucknow Day 12: भाई की मौत के सदमे से दूसरे ने भी तोड़ा दम, घर में छाया मातम
लखनऊ में एक ही परिवार से दो सगे भाइयों की हुई मौत लीवर की बीमारी से पीडि़त था एक युवक।
लखनऊ, जेएनएन। लीवर की बीमारी से ग्रसित एक युवक ने उपचार के दौरान केजीएमयू में दम तोड़ दिया। युवक की मौत का सदमा उसके भाई को लग गया। उसकी तबियत भी अचानक बिगड़ गई। आनन फानन में उसे ट्रामा सेंटर ले जाया गया। जहां उसकी मौत हो गई।
सआदतगंज के मातादीन रोड स्थित मसानी देवी मंदिर के पास रहने वाले राम कुमार रस्तोगी बांसमंडी में किताब की दुकान पर मजदूरी करते हैं। उनके बड़े बेटे हर्ष रस्तोगी (20) का लंबे समय से लीवर की बीमारी का उपचार चल रहा था। तबियत बिगडऩे पर उसे केजीएमयू में भर्ती कराया गया था। शुक्रवार शाम करीब चार बजे हर्ष रस्तोगी की मौत हो गई। बड़े भाई की मौत की खबर लगते ही छोटे भाई ऋषभ रस्तोगी (18) भी सदमें में आ गया। उसकी तबियत अचानक खराब हो गई। परिवारीजन उसे आनन फानन में ट्रामा सेंटर ले गए। जहां डॉक्टरों ने ऋषभ को भी मृत घोषित कर दिया। दोनो भाईयों की मौत के बाद उनके घर के आसपास गमगीन माहौल हो गया। दोनों भाईयों का अंतिम संस्कार काला पहाड़ शमशान घाट पर किया गया।
संक्रमण से करें बचाव
विशेषज्ञों का कहना है कि अगले तीन सप्ताह हमारे लिए महत्वपूर्ण है। आगामी 14 दिन में संक्रमण के बहुत से नए मामलों के सामने आने की आशंका है। इसलिए सभी को हाइजीन पर गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है। इसमें हैंड हाइजीन ही नहीं, रेस्पिरेटरी हाइजीन भी शामिल है। आप सुबह-शाम गर्म पानी का भाप लेना फेफड़े के संक्रमण से बचने का कारगर उपाय है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन लखनऊ के वरिष्ठ सदस्य डॉ. पीके गुप्ता के मुताबिक, हाथों की साबुन से सफाई 20 सेकंड तक करनी चाहिए। साथ ही श्वसन तंत्र को प्रभावित करने वाले वायरस (जिसमें कोरोना भी आता है) से बचाव के लिए नाक के रास्ते को पानी की भाप से लेते रहना चाहिए। खांसी, बंद नाक और बलगम जमा होने पर यह उसे खोलता है। स्वस्थ व्यक्ति को भी इस मौसम में दो से तीन बार पांच मिनट भाप लेना चाहिए। इससे फेफड़े सहित श्वांस नलियों में रक्त प्रवाह बढ़ता है, जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है।