Triple Murder in Hardoi: चेले ने ली थी आश्रम के बाबा, उनकी शिष्या और पुत्र की जान, ऐसे खुला राज
Triple Murder in Hardoi फर्जी तरीके से बनवाई थी विरासत फिर हादसे में मारने की बनाई योजना। बाबा ने सात बीघा खेत का किया था सौदा खेत जाते देख दिया घटना को अंजाम।
हरदोई, जेएनएन। आश्रम में बाबा और उनकी शिष्या व पुत्र की हत्या का पुलिस ने बुधवार की रात राजफॉश कर दिया, बाबा केे साथ रहने वाले उनके चेला ने ही खेत की खातिर अपने साले के साथ मिलकर तीनों की हत्या की थी। पुलिस ने तीनों को किया गिरफ्तार। टड़ियावां थाना क्षेत्र के कुआंमऊ गांव में सोमवार की रात बाबा हीरादास (70) उनकी शिष्या मीरादास (65) और बाबा के पुत्र नेकराम की सिर कुचलकर हत्या कर दी गई थी। मंगलवार की सुबह तीनों के शव आश्रम में स्थित एक कमरे में पड़े मिले थे।
बाबा के पास रहने वाले मझिला थाना क्षेत्र के रोहतापुर निवासी चेला रक्षपाल ही सबसे पहले आया था और उसने ही सभी को सूचना दी। पुलिस शुरू से ही उसके ऊपर शक कर रही थी और जब कड़ाई से पूछताछ की गई तो रक्षपाल की हत्याकांड का मुख्य आरोपी और कहानीकार निकला। बुधवार की रात पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने हत्याकांड का राजफाश करते हुए बताया कि रक्षपाल काफी शातिर किस्म का है और करीब एक वर्ष से बाबा के पास रहकर उनकी खेतीबाड़ी कराता था। उसकी बाबा हीरादास के 48 बीघा खेत पर नजर थी। 17 अगस्त को रक्षपाल ने पिहानी थाना क्षेत्र के बंदराहा निवासी राजीव पुत्र चंद्रकिशन के साथ मिलकर फर्जी तरीके से बाबा के खेत की विरासत बनवा ली थी और उसके बाद से ही बाबा व उसके पुत्र नेकराम को रास्ते से हटाने की सोचने लगा था। उसने सोच लिया था कि किसी दिन हादसा दिखाकर उनकी हत्या कर देगा, लेकिन कुछ दिन पहले ही बाबा हीरादास ने अपने सात बीघा खेत को बेचने की बात कर ली थी। जिसके बाद से ही रक्षपाल ने हीरादास की हत्या की पूरी साजिश रची।
कोतवाली देहात थाना क्षेत्र के नीर निवासी अपने साले संजय को भी योजना में शामिल किया और सोमवार की रात रक्षपाल व संजय ने हीरादास, उनकी शिष्या मीरादास और पुत्र नेकराम की हत्या कर दी। उसने सोचा था कि उनके मर जाने पर विरासत के आधार पर खेत उसे मिल जाएगा। एसपी ने बताया कि रक्षपाल और संजय के साथ ही साजिश में शामिल रहने वाले राजीव को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। तीनों ने अपना जुर्म स्वीकार भी कर लिया। उनके कब्जे से हत्या में प्रयुक्त किया गया चाकू आदि भी बरामद कर लिया गया है। एसपी ने बताया कि पुलिस टीम को 10 हजार रुपये का पुरस्कार भी दिया जा रहा है।