बाराबंकी में हादसा, ट्रेन की चपेट में आने से 22 बेसहारा पशुओं की दर्दनाक मौत
लखनऊ-गोंडा रेलवे ट्रैक पर शुक्रवार की सुबह करीब आठ बजे अचानक ट्रेन आ जाने से 22 बेसहारा पशुओं की कटकर मौत हो गई। यह बेसहारा पशु रेलवे लाइन पर बैठे थे। इसमें एक गाय गंभीर रूप से घायल है। जहांगीराबाद के ग्राम चचेरुवा के पास ही गोंडा रेलवे ट्रैक है।
बाराबंकी, संवाद सूत्र। लखनऊ-गोंडा रेलवे ट्रैक पर शुक्रवार की सुबह करीब आठ बजे अचानक ट्रेन आ जाने से 22 बेसहारा पशुओं की कटकर मौत हो गई। बताया जा रहा है कि यह बेसहारा पशु रेलवे लाइन पर बैठे थे। इसमें एक गाय गंभीर रूप से घायल है। जहांगीराबाद के ग्राम चचेरुवा के पास ही गोंडा रेलवे ट्रैक है। ग्रामीण जब खेतों की ओर गए थे तो वहां चारों तरफ खून ही खून फैला था। साथ ही पशुओं के कटे शव बिखरे पड़े थे।
पूर्व प्रधान उमाकांत यादव और डा. अमर नाथ ने अधिकारियों को इस घटना की सूचना दी। इस पर मुख्य विकास अधिकारी एकता सिंह के निर्देश पर मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने टीम भेजी। टीम ने पंचनामा भरकर मारे गए पशुओं का निस्तारण कराया। घायल गाय को पशु चिकित्सालय ले जाया गया। ग्रामीणों के मुताबिक, इस घटना में 22 बेसहारा पशुओं की मौत हुई है। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा. मारकंडेय ने बताया कि इसमें 14 नर और एक गाय है, जो ट्रेन दुर्घटना में मरे हैं।
गोआश्रय स्थल बनवाने की मांगः जहांगीराबाद थाना के ग्राम चेचरुवा के निकट ट्रेन की चपेट में आने से गोवंशीय की हुई मौत पर क्षेत्रीय लोगों ने रोष व्यक्त किया है। कहा कि यदि क्षेत्र में गोवंशीय पशुओं के आश्रय के लिए गोशाला होती तो बेजुबान पशुओं की शायद मौत नहीं होती। क्षेत्रीय लोगों ने गोआश्रय स्थल बनवाए जाने की मांग की है।