सीतापुर में खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम के नमूना लेने पर भड़के व्यापारी, महमूदाबाद कोतवाली का घेराव
सीतापुर के महमूदाबाद में मंगलवार को खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने व्यापारिक प्रतिष्ठानों से नमूने लिए। खाद्य विभाग पर अभद्रता व उत्पीड़न का आरोप लगाकर व्यापारियों ने कोतवाली का घेराव किया। आरोप है कि टीम के लोगों ने एक लाख रुपये रिश्वत मांगी।
सीतापुर, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के सीतापुर के महमूदाबाद में मंगलवार को खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने व्यापारिक प्रतिष्ठानों से नमूने लिए तो व्यापारियों ने मोर्चा खोल दिया। खाद्य विभाग पर अभद्रता व उत्पीड़न का आरोप लगाकर व्यापारियों ने कोतवाली का घेराव किया।
मंगलवार की दोपहर खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम के सदस्य पीके वर्मा, बृजमोहन गुप्ता, कुसुम सिंह, प्रेम यादव, संजय त्रिपाठी नगर में व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर नमूने एकत्र कर रहे थे। चिकमंडी चौराहा स्थित कदीर किराना स्टोर पर टीम ने दो किलो चिरौंजी नमूना के रूप में ली। कदीर ने टीम से नमूने की कीमत मांगी। टीम के सदस्य बिना कीमत दिए चले गए। कादिर ने आरोप लगाया नमूना न लेने के एवज में टीम के लोगों ने एक लाख रुपये रिश्वत मांगी। फिर टीम रामकुंड मार्ग पर स्थित रामकुमार जायसवाल की किराना दुकान पहुंची। यहां घी का नमूना लिया।
नमूना को लेकर व्यापारी और टीम में कहासुनी हो गई। भाजपा अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष भूपेंद्र जैन, आदर्श उद्योग व्यापार मंडल अध्यक्ष श्याम किशोर गुप्त, अंब्रीश गुप्त सहित दर्जनों व्यापारी कोतवाली पहुंच गए। व्यापारियों ने टीम पर दुकानदारों से अभद्रता व उत्पीड़न का आरोप लगाया। टीम पर कार्रवाई की मांग करते हुए कोतवाली में घेराव शुरू कर दिया। एसडीएम पीएल मौर्य, सीओ रवि शंकर प्रसाद, तहसीलदार अशोक कुमार, नायब तहसीलदार प्रीती सिंह कोतवाली पहुंचे और व्यापारियों को समझाकर शांत कराया।
एक घंटे चली वार्ता के बाद व्यापारी और अधिकारियों के बीच सहमति बनी। एसडीएम ने दुकानदार कादिर को दो किलो चिरौंजी का मूल्य 2400 रुपये भुगतान कराया। एसडीएम ने अधिकारियों के साथ बाजार का भ्रमण किया। आदर्श उद्योग व्यापार मण्डल अध्यक्ष श्याम किशोर गुप्त ने कहा खाद्य सुरक्षा टीम नियम के अनुसार कार्रवाई करे। नमूना लेने का विरोध नहीं है, वसूली व उत्पीड़न गलत है। व्यापारियों का उत्पीड़न नहीं होने दिया जाएगा। एसडीएम ने बताया वार्ता के बाद विवाद शांत करा दिया है। टीम को नियमानुसार नमूना एकत्र करने के निर्देश दिए हैं। किसी व्यापारी का उत्पीड़न नहीं होने देंगे।