दुधवा टाइगर रिजर्व में बाघ का शिकार, वन विभाग व एसएसबी ने खाल समेत दो तस्करों को दबोचा
दुधवा टाइगर रिजर्व की बेलरायां रेंज के ग्राम तकियापुरवा में एसएसबी व वन विभाग ने छापा मारकर बाघ की एक खाल बरामद की है। टीम ने खाल के साथ दो लोगों को भी पकड़ा है। खाल देखने से प्रतीत हो रहा कि बाघ का जल्द शिकार किया गया है।
लखीमपुर, जेएनएन। दुधवा टाइगर रिजर्व की बेलरायां रेंज के ग्राम तकियापुरवा में एसएसबी व वन विभाग ने छापा मारकर बाघ की एक खाल बरामद की है। टीम ने खाल के साथ दो लोगों को भी पकड़ा है। वन विभाग के अधिकारियों को सूचना मिली थी कि तकियापुरवा गांव में कुछ लोग बाघ की खाल छिपाए हुए हैं और उसे बाहर ले जाकर बेचने के प्रयास में हैं।
खाल की सूचना के बाद वन विभाग के अधिकारियों ने सोमदेव व विनोद को पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन वे नेपाल की तरफ भाग निकले। एसएसबी जवानों व वन कर्मियों ने दोनों को दौड़ाकर पकड़ लिया। पूछताछ के बाद उनकी निशानदेही पर बाघ की खाल भी बरामद हो गई। बरामद बाघ की खाल के नाखून आदि सब दुरुस्त पाए गए हैं। खाल की लंबाई 187 सेंटीमीटर है। यह एक वयस्क बाघ बताया जा रहा है। खाल देखने से प्रतीत हो रहा कि बाघ का जल्द शिकार किया गया है। वन विभाग के अधिकारी पकड़े गए आरोपितों से पूछताछ कर रहे हैं और यह पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं कि बाघ का शिकार कब और कहां किया गया है। अधिकारियों का अनुमान है कि बाघ का शिकार दुधवा टाइगर रिजर्व में ही किया गया है। बरामद खाल दुधवा के बाघ की ही है। इसकी पुष्टि के लिए भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून की भी मदद ली जा रही है।
इस संबंध में दुधवा के फील्ड डायरेक्टर संजय पाठक ने बताया कि शनिवार की देर शाम बेलरायां रेंज के गांव तकियापुरवा में दो लोगों को बाघ की खाल के साथ पकड़ा गया है। बरामद खाल बिल्कुल फ्रेस बताई गई है। पकड़े गए लोगों से पूछताछ की जा रही है, जिससे बाघ के शिकार की जगह व तरीके का पता चल सके। उन्होंने कहा कि बाघ की खाल बरामद होना दुधवा के लिए दुखद घटना है।