Ayodhya Bhoomi Pujan: राम मंदिर की नौ आधारशिला शिलाओं में से तीन प्रवासी भारतीयों की
आस्ट्रेलिया जर्मनी एवं अमेरिका के प्रवासी भारतीयों ने भेजी शिलाएं। सभी शिलाओं का आचार्यों ने किया संस्कार पूजन
अयोध्या, जेएनएन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को जिन नौ शिलाओं के साथ राम मंदिर की आधारशिला रखेंगे, उनमें से तीन आस्ट्रेलिया, जर्मनी एवं अमेरिका के प्रवासी भारतीयों की ओर से भेजी गई हैं। बाकी छह शिलाएं स्थानीय हैं। इन शिलाओं का वेदज्ञ आचार्यों के मार्गदर्शन में मंगलवार को संस्कार पूजन कराया गया। हालांकि प्रधानमंत्री बुधवार को भूमिपूजन के साथ इन शिलाओं का भी पूजन करेंगे। भूमि पूजन को लेकर न केवल वैदिक विधि-विधान का पूरा ध्यान रखा गया है, बल्कि आधारशिला का मुहूर्त तय करने में भी पूरी सजगता-शास्त्रीयता का पालन किया गया है।
आधारशिला रखने को सिर्फ 32 सेकेंड ज्योतिष शास्त्र के मर्मज्ञ आचार्यों ने काफी शोध के बाद आधारशिला रखे जाने का समय निकाला है। यह मुहूर्त अभिजित मुहूर्त के साथ वृष नवमांश के अति दुर्लभ योग को ध्यान में रखकर नियत किया गया है। इस अवसर पर देश के चुनिंदा वेदज्ञ आचार्यों को मार्गदर्शन के लिए आमंत्रित किया गया है। अधिकांश वेदज्ञ सोमवार से ही रामलला के दरबार में भूमिपूजन अनुष्ठान संचालित करा रहे हैं जबकि भूमिपूजन के मुख्य अवसर पर कई अन्य चुनिंदा विद्वान भी रहेंगे। इनमें काशी के पं.जयप्रकाश त्रिपाठी, प्रो.रामनारायण द्विवेदी, प्रो. विनय तिवारी, प्रो.रामचंद्र पांडेय आदि प्रमुख हैं।
1500 से अधिक पवित्र तीर्थों का जल भूमिपूजन में 1500 से अधिक पवित्र तीर्थों के जल एवं पवित्र नदियों की मिट्टी का भी प्रयोग होगा। इस अवसर के लिए कांची पीठ के शंकराचार्य स्वामी विजयेंद्र सरस्वती की ओर से विशेष रूप से भेजा गया चांदी का नाग-नागिन का जोड़ा एवं बकुल की लकड़ी का भी प्रयोग होगा।