पुराने लखनऊ में अवैध कांप्लेक्स का बेसमेंट ढहा, 60 मजदूर कर रहे थे काम-तीन दबे
गोल दरवाजे में 60 मजदूर कर रहे थे काम भरभरा कर ढह गई मिट्टी। ट्रामा सेंटर में कराया भर्ती साथियों ने किया हंगामा तो लेकर भागे निजी अस्पताल।
लखनऊ, जेएनएन। चौक के गोल दरवाजे में बिल्डर लोकेश अग्रवाल और पंकज अग्रवाल के अवैध कांप्लेक्स के निर्माण के दौरान बेसमेंट ढह गया। तीन मजदूर दब गए। तीनों को निकालकर मालिक के लोग पहले ट्रामा सेंटर ले गए। फिर वहां से उन्हें किसी निजी अस्पताल लेकर चले गए। मामले को दबाने के लिए चौक में एक सप्ताह पहले एक अन्य निर्माण में हुई घटना की अफवाह उड़ा दी गई। बाद में प्रकरण खुल गया। पूरे गोल दरवाजे में कई अवैध इमारतों का निर्माण चल रहा है।
शनिवार दोपहर करीब दो बजे ये घटना हुई। गोल दरवाजे के बहुरन टोला में करीब पांच मंजिल ऊपर और लगभग 60 फीट गहरा अवैध निर्माण किया जा रहा है। अवैध निर्माण को तेजी से कराने के लिए दूसरे शनिवार और रविवार की छुट्टी का लाभ उठाया जाना था। इसलिए लगभग 60 मजदूरों को एक साथ काम पर लगाया गया। सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए गए।
निर्माण के दौरान बेसमेंट का बड़ा हिस्सा ढह गया। यहां काम कर रहे खीरी के अभयपुर दौराला निवासी रमेश, ईशानगर के उमेश कुमार और सीतापुर के रामपुर मथुरा के रमनगरा के रहने वाले राजनारायण घायल हो गए। मौके पर हड़कंप मच गया। तत्काल मजदूरों को ट्रामा सेंटर ले जाया गया। इलाज के दौरान बड़ी संख्या में मजदूर ट्रामा सेंटर पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया। इसी बीच बिल्डर के लोग बड़ी चालाकी से मजदूरों को निजी अस्पताल लेकर चले गए।
अभियंताओं ने संयुक्त सचिव को नहीं दी रिपोर्ट
एलडीए के अधिशासी अभियंता ओपी मिश्र और अवर अभियंता सत्यवीर सिंह ने फोन नहीं उठाया। यही नहीं, संयुक्त सचिव ऋतु सुहास के रिपोर्ट मांगने तक पर दोनों ने उन्हें कोई जानकारी भी नहीं दी।
पूरा गोल दरवाजा अवैध निर्माण से भरा
चौक चौराहे से लेकर अकबरी गेट और गोल दरवाजे के भीतर सराफा बाजार तक 200 से एक हजार वर्ग फीट की दुकानें तोड़ कर कांप्लेक्स बनाए जा रहे हैं। तीन-तीन बेसमेंट का निर्माण हो रहा है और लखनऊ विकास प्राधिकरण का अमला सो रहा है। गोटा बाजार के पास भी चार मंजिल पुरानी बिल्डिंग को तोड़ कर अवैध निर्माण किया जा रहा है। कागज पर आदेश और नोटिस हो रहे हैं, मगर कार्रवाई शून्य।
लविप्रा की संयुक्त सचिव ऋतु सुहास ने कहा, ये आपराधिक मामला है, एलडीए इसमें कड़ी कार्रवाई करेगा। निर्माण ढहाया जाएगा। जिम्मेदार अभियंताओं पर एक्शन भी होगा। पूरे सराफा बाजार का सर्वे होगा। कोई अवैध बिल्डिंग नहीं छोड़ी जाएगी।
चौक केे थाना प्रभारी विश्वजीत सिंह ने कहा, मुझे शाम को चार बजे हादसे की जानकारी मिली थी। घायलों को ट्रामा सेंटर ले जाया गया, कोई तहरीर अभी नहीं मिली, ऐसे में मुकदमा दर्ज नहीं किया गया। वहीं बिल्डर लोकेश अग्रवाल ने कहा कि मैं अभी लखनऊ में नहीं हूं। इस विषय में अधिक जानकारी नहीं दे सकता हूं।