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लखनऊ MIS चौराहा गोलीकांड : साजिशकर्ता समेत दो शूटर गिरफ्तार, बच्‍चे के सामने आने से बची थी प्रापर्टी डीलर की जान

लखनऊ के राजाजीपुरम एमआइएस चौराहे पर 15 दिसंबर को चली थीं ताबड़तोड़ गोलियां । पुलिस पकड़े गए आरोपितों से प्रापर्टी विवाद रंजिश समेत कई अन्य बिंदुओं पर पूछताछ की। पूर्वांचल के एक निर्दल विधायक से जुड़ा है मामला।

By Divyansh RastogiEdited By: Published: Mon, 04 Jan 2021 10:25 AM (IST)Updated: Mon, 04 Jan 2021 06:33 PM (IST)
लखनऊ MIS चौराहा गोलीकांड : साजिशकर्ता समेत दो शूटर गिरफ्तार, बच्‍चे के सामने आने से बची थी प्रापर्टी डीलर की जान
लखनऊ के राजाजीपुरम एमआइएस चौराहे पर 15 दिसंबर को चली थीं ताबड़तोड़ गोलियां।

लखनऊ, जेएनएन। राजाजीपुरम एमआइएस चौराहे पर 15 दिसंबर को प्रापर्टी डीलर रंजीत यादव पर हुई फायरिंग के मामले में पुलिस ने साजिशकर्ता प्रापर्टी डीलर पंकज सिंह और फायर झोंकने वाले दो शूटरों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। शूटरों ने रंजीत पर दो फायर झोंके तो उनका निशाना चूक गया। तीसरी फायर करने जा रहे थे तभी एक बच्चा सामने आ गया गया। जिसके कारण रंजीत बच गया था। घटना का राजफाश करते हुए यह जानकारी सोमवार को डीसीपी देवेश पांडेय ने दी। उन्होंने बताया गिरफ्तार आरोपितों में पंकज सिंह निवासी सपना कॉलोनी राजाजीपुरम और शूटर अमन सिंह थापा उर्फ भीम सिंह निवासी वृंदावन योजना, अभिषेक सिंह उर्फ प्रदीप निवासी मोतीझील कॉलोनी बाजारखाला है।

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रंजिश के चलते रची थी रंजीत की हत्या की साजिश

एसीपी बाजारखाला अनूप कुमार सिंह ने बताया कि रंजीत के दोस्त सुधीर से बीते फरवरी माह में पंकज सिंह से झगड़ा हुआ था। पंकज झगड़े के दौरान सुधीर ने पंकज पर हमला बोल दिया था। हमले में पंकज का सिर फट गया था। इसके अलावा रंजीत और पंकज के बीच प्रापर्टी को लेकर भी विवाद चल रहा था। पंकज को आशंका थी कि रंजीत ने उस पर अपने दोस्त से हमला कराया था। इस कारण उसने रंजीत की हत्या की साजिश रच डाली। घटना के दिन उसने शूटर अभिषेक और अमन सिंह थापा पहुंचे थे। दोनों ने रंजीत और उसके दोस्त सत्यम को चौराहे के पास जूस की दुकान पर खड़ा देखा। अभिषेक ने रंजीत पर दो फायर झोंके तो निशाना चूक गया। उसके बाद फिर फायर करने के लिए तमंचा ताना तो सामने एक बच्चा आ गया। इतने में रंजीत अलर्ट हो गया और उसने सत्यम की पिस्टल से जवाबी फायरिंग कर दी। इस बीच अभिषेक और अमन मौका पाते ही भाग निकलें।

20 हजार रुपये दी थी पेशगी, व्यवसायी हत्याकांड में शूटर अभिषेक जा चुका है जेल

इंस्पेक्टर बाजारखाला धनंजय सिंह के मुताबिक पंकज ने शूटर अभिषेक और अमन थापा से रंजीत की हत्या का का सौदा एक लाख रुपये में तय किया था। 20 हजार रुपये उसकी पेशगी भी दे दी थी। अभिषेक ने जून 2018 में आलमबाग में व्यवसायी करन गुप्ता की भी हत्या की थी। उसमें जेल में भी गया था। पंकज ने दोनों शूटरों से रंजीत की रेकी कराई थी। घटना के दिन दोनों रंजीत के घर के पास से ही उसका पीछा कर रहे थे। एमआइएस चौराहे पर मौका मिलते ही फायर झोंक दिया था। पंकज पार्षदी का चुनाव भी लड़ चुका है। वारदात में प्रयुक्त बाइक भी बरामद कर ली गई है। उसमें स्कूटी का नंबर पड़ा था।


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