नृशंस हत्या: विवाह से पीछा छुड़ाने के लिए छात्रा को जिंदा जलाया, सहेली समेत दो आरोपित अरेस्ट Lucknow News
रायबरेली में बीती एक फरवरी को बाग में मिला था बीएससी छात्रा का अधजला शव। सहेली समेत दो आरोपित गिरफ्तार।
रायबरेली, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के रायबरेली में बीएससी छात्रा की नृशंस हत्या मामले में बुधवार को पुलिस ने एक युवती सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मामले में अभी एक आरोपी फरार है, जिसकी तलाश में पुलिस दबिश दे रही है। वारदात में इस्तेमाल वैन, तीन क्लोरोफार्म की शीशी बरामद की है। गिरफ्तार हत्यारोपी अतुल गुप्ता से मृतका का प्रेम प्रसंग चलने की बात सामने आई है। मृतका आरोपित पर शादी का दबाव बना रही थी।
पहले हाथ-पैर और मुंह बांधे, फिर जिंदा जलाकर भाग निकले
पुलिस अधीक्षक स्वप्निल ममगाईं ने बताया कि छात्रा शिवरतन गंज अमेठी निवासी अतुल गुप्ता से परिचित थी। वह उससे शादी करना चाहती थी, जबकि अतुल शुरुआत में तो उस लड़की के निकट बना रहा। लेकिन बाद में पीछा छुड़ाने लगा। इधर, दोनों परिवारों के बीच भी इस मामले को लेकर तनाव बना। विद्यालय में एक दिन छात्रा को थप्पड़ भी मार आया था। मगर परिवार और रिश्तेदारों के आपस में पंचायत करा देने से मामला शांत हो गया था। इसके बाद भी छात्रा विवाह का दबाव बनाए हुए थी। इस से पीछा छुड़ाने के लिए अतुल गुप्ता ने छात्रा की एक सहेली का सहारा लिया। उसने छात्रा के आने-जाने का समय जाना और यह कहा कि वह शादी कर लेगा।
इसी धोखे में रखकर वह अपने एक रिश्तेदार के साथ छात्रा की सहेली द्वारा बताए गए समय पर विद्यालय के पास पहुंचा। वहां से उसे एक कार में बैठाकर रायबरेली की ओर चला। उसने रास्ते में ही छात्रा को क्लोरोफॉर्म सुंघा दिया। लड़की बेसुध हुई तो उसके हाथ-पैर और मुंह रस्सी व कपड़ों से बांध दिया। आरोपियों ने 5 लीटर पेट्रोल भी खरीद कर वैन में रख लिया था। फिर प्रयागराज-लखनऊ हाईवे के किनारे हरचंदपुर थाना क्षेत्र में सड़क के किनारे यूकेलिप्टस के बाग में छात्रा को ले जाकर उसके ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा दी और भाग निकले। पुलिस ने इस मामले में फेसबुक मैसेंजर से छात्रा की सहेली द्वारा अतुल गुप्ता को भेजे गए संदेश और सर्विलांस व सीसी फुटेज के आधार पर घटनाक्रम का अनावरण किया। दो युवक और छात्रा की सहेली को गिरफ्तार कर मामले में जेल भेज दिया गया।
ये है पूरा मामला
बीते एक फरवरी को लखनऊ-प्रयागराज राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे एक ढाबे के पीछे बने बाग में बीएससी छात्रा का अधजला शव पड़ा मिला था। मृतका के हाथ व पैर बंधे थे। एक दिन बाद यानी रविवार को मृतका के शव की शिनाख्त बछरावां थाना क्षेत्र के कस्बे की निवासी के रूप में हो सकी। पोस्टमॉर्टम में छात्रा को जिंदा जलाने की बात सामने आई थी। लगातार पुलिस हाथ-पैर मार रही है, मगर कोई ठोस सुराग उनके हाथ अब तक नहीं लग सका। रायबरेली संग अमेठी और लखनऊ के निगोहां से संदिग्धों पर पुलिस ने नजर डाली। इसके साथ ही छात्रा की सहेलियों से पूछताछ की। बावजूद इसके, हत्या की साजिश किसने और क्यों रची और कैसे उसे अंजाम दिया, इन प्रश्नों के उत्तर अभी तक नहीं मिल सके थे।
सहेली ने दी थी अपहरण की सूचना
बता दें, गिरफ्तार सहेली ने ही छात्रा के घरवालों को पहले बताया था कि उसका अपहरण हो गया। फिर उसने तीसरी बार अपना बयान बदल दिया। ये सारी बातें मृतका छात्रा के चाचा ने बताई। इधर, पुलिस भी उसी सहेली के बयानों को लेकर पशोपेश में थी। छात्र की उस सहेली तीन और छात्रओं से भी लगातार पूछताछ की गई।