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ट्रैक खाली फिर भी घनघना रहे रेलवे के फोन, टिकट रिफंड को लेकर रोजाना हजारों Calls

ट्रेनों की शुरुआत और टिकट रिफंड को लेकर पूछे जा रहे हजारों सवाल रेलवे इमरजेंसी सेल से संपर्क कर रहे हैं रोजाना 13 हजार लोग।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Tue, 28 Apr 2020 03:20 PM (IST)Updated: Tue, 28 Apr 2020 03:20 PM (IST)
ट्रैक खाली फिर भी घनघना रहे रेलवे के फोन, टिकट रिफंड को लेकर रोजाना हजारों Calls
ट्रैक खाली फिर भी घनघना रहे रेलवे के फोन, टिकट रिफंड को लेकर रोजाना हजारों Calls

लखनऊ जेएनएन। लॉक डाउन में ट्रेनों के पहिए भले ही थम गए हैं। लेकिन अब रेलवे के हेल्पलाइन नंबर अब भी पहले की तरह ही घनघना रहे हैं। ट्रेनों की पोजीशन की जगह रेलवे के हेल्पलाइन नंबरों पर अब यात्री उनके चलने से लेकर अपने रिफंड तक की जानकारी के लिए संपर्क कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी रेलवे यात्रियों को उनकी जरूरी जानकारी मुहैया कराने में जुट गया है।

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रेलवे ने देश भर में यात्रियों की जानकारियों का जवाब देने के लिए इमरजेंसी सेल बनाया है। इस सेल में लखनऊ रेल मंडल से लेकर रेलवे बोर्ड तक देश भर में करीब 400 रेलवे अधिकारी व कर्मचारी तैनात किए गए हैं। इस सेल को रेलवे ने अपने हेल्पलाइन नंबर 138 और 139 के साथ ट्विटर व फेसबुक व ईमेल से जोड़ा है। इन पर रोजाना करीब 13 हजार यात्री संपर्क कर रहे हैं। जो अधिकांश यह पूछ रहे हैं कि ट्रेनों का संचालन कब शुरू होगा। साथ ही वह अपने टिकट के निरस्तीकरण के बाद उसके रिफंड को लेकर भी सवाल पूछ रहे हैं। रेलवे बोर्ड के अधिकारी के मुताबिक करीब 90 प्रतिशत यात्रियों को उनके उत्तर वहां की भाषा में ही उपलब्ध कराया जा रहा है।

फोन भी खूब आ रहे

लॉक डाउन के पहले चार सप्ताह में 139 आइवीआरएस रेल मदद हेल्पलाइन पर 2.30 लाख लोगों ने अपनी यात्रा से जुड़ी जानकारी मांगी थी। वहीं लखनऊ सहित रेल मंडलों में स्थापित 138 हेल्पलाइन पर 1.10 लाख लोगों ने संपर्क किया है।


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