यूपी में संक्रमण बढऩे से रोकने को बढ़ाई गई सतर्कता, ज्यादा संक्रमण वाले राज्यों से आने वालों को दिखानी होगी निगेटिव रिपोर्ट
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से नए मानक तैयार किए जा रहे हैं और उसे जल्द लागू किया जाएगा। यूपी में इस समय कोरोना केस के मामले में देश में 20 वें पायदान पर है। यहां 1310 सक्रिय केस हैं।
लखनऊ, राज्य ब्यूरो। यूपी में कोरोना का संक्रमण दोबारा न बढ़े इसके लिए सख्त इंतजाम किए जा रहे हैं। महाराष्ट्र, केरल, तमिलनाडु व पूर्वोत्तर राज्यों सहित ऐसे राज्य जहां ज्यादा संक्रमण है, वहां से आ रहे लोगों को कोरोना निगेटिव होने की रिपोर्ट साथ लानी होगी। आरटीपीसीआर जांच में कोरोना निगेटिव होने की रिपोर्ट दिखाने पर ही उन्हें यूपी में प्रवेश दिया जाएगा। वैक्सीन की दोनों डोज लगवाने का प्रमाण पत्र भी दिखाना होगा। इन राज्यों से बड़ी संख्या में आ रहे लोग यूपी में कोरोना जांच कराने में संक्रमित पाए जा रहे हैं। ऐसे में दोबारा संक्रमण की चेन मजबूत न हो इसके लिए कड़े उपाए किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से नए मानक तैयार किए जा रहे हैं और उसे जल्द लागू किया जाएगा। यूपी में इस समय कोरोना केस के मामले में देश में 20 वें पायदान पर है। यहां 1,310 सक्रिय केस हैं। उधर केरल में 1.24 लाख, महाराष्ट्र एक लाख, कर्नाटक में 30 हजार, तमिलनाडु में 28,590, ओडिशा में 21,540 और असम में 18,222 सक्रिय केस हैं।
यूपी में दूसरे राज्यों से आ रहे लोगों से संक्रमण फैलने के खतरे को देखते हुए शनिवार से फोकस टेस्टिंग अभियान भी शुरू कर दिया गया है। 10 दिन तक चलने वाले इस अभियान में पांच दिन शहरी क्षेत्रों में और पांच दिन ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर कोरोना जांच की जाएगी। हवाई अड्डा, बस व रेलवे स्टेशन पर बाहर से आने वालों का एंटीज टेस्ट कराया जा रहा है, इंफ्रा रेड थर्मामीटर व पल्स आक्सीमीटर की मदद से स्क्रीनिंग की जा रही है।