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धुएं से मुक्त होगा 301Km का रेलखंड, अब इलेक्ट्रिक इंजन से दौड़ेंगी ये ट्रेनें

पूरा हुआ रायबरेली होकर वाराणसी तक रेल विद्युतीकरण। 20 मई के बाद इलेक्ट्रिक इंजन से दौड़ेंगी ट्रेनें।

By Divyansh RastogiEdited By: Published: Wed, 15 May 2019 08:24 PM (IST)Updated: Thu, 16 May 2019 09:06 AM (IST)
धुएं से मुक्त होगा 301Km का रेलखंड,  अब इलेक्ट्रिक इंजन से दौड़ेंगी ये ट्रेनें
धुएं से मुक्त होगा 301Km का रेलखंड, अब इलेक्ट्रिक इंजन से दौड़ेंगी ये ट्रेनें

लखनऊ, जेएनएन। पर्यावरण को बचाने और ईंधन की खपत को कम करने के लिए रेलवे 301 किमी. के एक बड़े रूट पर डीजल इंजनों की जगह इलेक्ट्रिक इंजनों का इस्तेमाल करेगा। उतरेटिया से रायबरेली होते हुए वाराणसी तक रेल विद्युतीकरण पूरा हो गया है। अब रेलवे 20 मई के बाद अपनी पैसेंजर, मेल एक्सप्रेस ट्रेनों और मालगाडिय़ों को इलेक्ट्रिक इंजन से दौड़ाएगा। साथ ही शहरवासियों के लिए रायबरेली तक मेमू सेवाएं चलाने की तैयारियां भी शुरू हो गई हैं।

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लखनऊ से अभी सुल्तानपुर होकर वाराणसी तक 283 किलोमीटर रेलखंड पर दोहरीकरण और रेल विद्युतीकरण हुआ है। इस पर इलेक्ट्रिक इंजन से श्रमजीवी एक्सप्रेस सहित कई ट्रेनें और मेमू दौड़ रही हैं। वहीं, बस्ती होकर गोरखपुर रूट का भी विद्युतीकरण हो चुका है। फैजाबाद और रायबरेली होकर दो अलग रूट ही बचे थे। रेलवे ने उतरेटिया से श्रीराजनगर और वाराणसी-जंघई से श्रीराजनगर तक विद्युतीकरण पूरा कर लिया है। रेलवे बोर्ड ने डीआरएम को आदेश दिया है कि 20 मई तक रायबरेली होकर वाराणसी तक पूरा रूट का विद्युतीकरण कमीशंड हो जाएगा। इस रूट पर 32 यात्री ट्रेनें दौड़ती हैं। ऐसे में रेलवे डीजल इंजन की जगह इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेनें चलाने की व्यवस्था करे। लखनऊ के अलावा रायबरेली, अमेठी, प्रतापगढ़, जौनपुर, भदोही और वाराणसी तक डीजल इंजन के न चलने से उनसे निकलने वाला धुआं पर्यावरण को प्रदूषित नहीं करेगा। 

इंजन में होती है इतनी डीजल की खपत

एक हजार टन भार के साथ एक किलोमीटर चलने वाला इंजन साढ़े तीन लीटर डीजल की खपत करता है। मालगाड़ी के एक वैगन का भार लगभग अस्सी टन होता है। ऐसे में 48 से 50 वैगन वाली एक मालगाड़ी चार हजार टन भार वहन करती है। ऐसे में एक मालगाड़ी का इंजन एक किलोमीटर के सफर में 14 लीटर डीजल की खपत करता है। जबकि एक्सप्रेस ट्रेन एक हजार टन के लोड से चलती है। इस पर साढ़े तीन लीटर डीजल प्रति किलोमीटर खर्च होता है। 

समय भी बचेगा 

पंजाब मेल और उद्योग नगरी एक्सप्रेस सहित कई ट्रेनों के इंजन लखनऊ में बदले जाते हैं। ऐसे में अब इंजन न बदलने से समय बचेगा। काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों की रफ्तार बढ़ेगी। 

इन ट्रेनों में लगेंगे इंजन 

  • 14259/60 एकात्मकता एक्सप्रेस
  • 22407/08 वाराणसी आंनद विहार गरीब रथ
  • 14207/08 पद्मावत एक्सप्रेस
  • 12183/84 प्रतापगढ़-भोपाल एक्सप्रेस
  • 14203/04 वाराणसी इंटरसिटी 
  • 14265/66 जनता एक्सप्रेस 
  • 13005/06 पंजाब मेल 
  • 54255/56 लखनऊ वाराणसी पैसेंजर
  • 12355/56 अर्चना एक्सप्रेस 
  • 14219/20 वाराणसी इंटरसिटी 
  • 12875/76 नीलांचल एक्सप्रेस
  • 12173/74 उद्योगनगरी एक्सप्रेस 
  • 54293/94 लखनऊ प्रतापगढ़ पैसेंजर
  • 14123/24 प्रतापगढ़ कानपुर इंटरसिटी
  • 14257/58 काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस 

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