लविवि में मार्च 2020 तक नहीं होगा कोई नया निर्माण कार्य Lucknow News
वित्त समिति की बैठक में लिया गया निर्णय। जर्जर भवनों कक्षाओं और छात्रावास के मेंटीनेंस पर होगा ध्यान।
लखनऊ, जेएनएन। लखनऊ विश्वविद्यालय में शुक्रवार को कुलपति एसके शुक्ला की अध्यक्षता में वित्त समिति की बैठक हुई। इसमें कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। विवि प्रवक्ता डॉ. दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि लखनऊ विश्वविद्यालय की ओर से शताब्दी वर्ष मनाया जा रहा है। विवि के ऐतिहासिक भवनों की मरम्मत न होने से यह जर्जर स्थिति में है। इसे ध्यान में रखते हुए अत्यंत महत्वपूर्ण मामलों को छोड़कर इस वित्तीय वर्ष में कोई नया निर्माण नहीं शुरू किया जाएगा। ताकि पुराने भवन के मेंटीनेंस पर ध्यान रहे। बैठक में निर्णय लिया गया कि छात्रावासों, कक्षाओं, शैक्षणिक भवनों की मरम्मत कराकर उन्हें सुरक्षित रखा जाए। इसके तहत विद्यार्थियों की सुविधाओं को प्राथमिकता दी जाए।
इसके अलावा लविवि में कोई भी नया बैंक खाता वित्त समिति/कार्य-परिषद की अनुमति के बगैर न खोले जाने का भी निर्णय लिया गया। विशेष परिस्थितियों में एक सप्ताह में वित्त समिति को स्वीकृति दी जाएगी।
विश्वविद्यालय में शताब्दी वर्ष के आयोजन के लिए बजट की व्यवस्था पर चर्चा हुई। इसके तहत वर्तमान वित्तीय वर्ष के तहत 31 मार्च, 2020 तक होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन के लिए 20 दिसंबर, 2019 तक कार्य योजना एवं उस पर होने वाले अनुमानित व्यय तैयार करने के निर्देश दिए गए। शताब्दी वर्ष में होने वाले खर्चों के लिए बजट में शताब्दी वर्ष के नाम से मद खोलते हुए बीस लाख रुपये का बजट प्राविधान करने की स्वीकृति दी गई।
बैठक में लविवि में 14 फर्जी चेकों के माध्यम से हुए 1,39,78,067 रुपये के मामले पर भी चर्चा हुई और जांच समिति की अंतरिम रिपोर्ट को वित्त समिति केसमक्ष रखा गया। इसके अलावा डॉ. आरयू सिंह विधि पुस्तकालय को सुबह आठ बजे से रात आठ बजे तक खोले जाने और इसके लिए 100 प्रति छात्र/छात्राओं से सदस्यता शुल्क के रूप में लिए जाने का निर्णय हुआ।
लविवि के दस छात्र विदेश में नौकरी के लिए चयनित
लखनऊ विश्वविद्यालय के एमएससी इन एप्लाइड जियोलॉजी के दस छात्रों का चयन इटली और दुबई की कंपनी किया है। इटली और दुबई स्थित अंतरराष्ट्रीय ऑयल कंपनी जियोलॉग ने लिखित परीक्षा और साक्षात्कार के बाद इन छात्रों का चयन किया है। विदेश में नौकरी के लिए चयनित कुछ छात्र लविवि स्थित ओएनजीसी सेंटर स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ हाइड्रोकार्बन एनर्जी एवं जीयोरिसोर्स से आए और शिक्षकों के प्रति आभार जताया।
इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर प्रो. ध्रुवसेन सिंह ने बताया कि कंपनी द्वारा बीते नवंबर में परीक्षा कराई गई थी। इसमें 750 छात्र-छात्राओं ने लिखित परीक्षा और साक्षात्कार में शामिल हुए थे। इनमें से महज 45 विद्यार्थी चयनित हुए हैं। प्रो. ध्रुवसेन ने बताया कि इन 45 चयनित विद्यार्थियों में दस लविवि के ही छात्र हैं। चयनित छात्रों में मनोज कुमार, अभिषेक, आनंद, मो आफी, अश्वनी कुमार सिंह, पुष्पा पटेल, अहलाम अनवर, साबेरा खातून, श्रद्धा सिंह, नितेश कुमार हैं।