आलमनगर रेलवे स्टेशन से उतरेटिया तक डबल लाइन का काम पूरा, जानें- कब से शुरू होगा संचालन
लखनऊ के आलमनगर से उतरेटिया के बीच डबल लाइन का का पूरा कर लिया गया है। मंगलवार को मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त आलमनगर से ट्रांसपोर्टनगर तक रेल डबलिंग का निरीक्षण करेंगे। इसके बाद इस रूट का संचालन तय किया जाएगा।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। शहर में सर्कुलर ट्रेन चलाने की जो योजना तत्कालीन प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी ने तैयार की थी। उसे पूरा करने की दिशा में रेलवे ने एक कदम और बढ़ा दिया। रेलवे ने करीब 10 साल पुरानी आलमनगर-उतरेटिया रेलवे मालगाड़ी बाईपास की डबलिंग पूरी कर ली है। मंगलवार शाम तक मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त आलमनगर से ट्रांसपोर्टनगर तक रेल डबलिंग का निरीक्षण करेंगे। स्पेशल ट्रेन से स्पीड ट्रायल के बाद रेल संरक्षा आयुक्त इस सेक्शन पर मालगाड़ी चलाने की अनुमति प्रदान करेंगे। रेलवे इस अनुमति के मिलने पर भविष्य में ट्रेनें भी चलाएगा।
दरअसल, आलमनगर से उतरेटिया के बीच सिंगल लाइन का मालगाड़ी बाईपास था। इसकी लंबाई 18 किलोमीटर है। बीच में ट्रांसपोर्टनगर हाल्ट भी था। पूर्वोत्तर रेलवे के तत्कालीन महाप्रबंधक सोमनाथ पांडेय ने लखनऊ में सर्कुलर ट्रेनें चलाने का प्रस्ताव बनाया था। उन्होंने मल्हौर से बादशाहनगर होते हुए आलमनगर से उतरेटिया तक रेल नेटवर्क जोड़ने की योजना बनायी। जिसे तत्कालीन प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी ने स्वीकृति भी दे दी थी। लेकिन केंद्र से एनडीए की सरकार जाने के बाद रेलवे बोर्ड ने अपनी फिजिबिलिटी रिपोर्ट में इस प्रोजेक्ट पर रोक लगा दी।
अब रेलवे ने 2011 में दोबारा आलमनगर-उतरेटिया डबलिंग की योजना को मंजूर किया। बजट के अभाव में काम गति न पकड़ सका। केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार आने के बाद इस प्रोजेक्ट को बजट दिया गया। दो चरणों में इस प्रोजेक्ट को पूरा किया गया। पहले चरण में उतरेटिया से ट्रांसपोर्टनगर तक डबलिंग हुई। जबकि दूसरे चरण में आलमनगर से ट्रांसपोर्टनगर तक डबलिंग का काम पूरा किया।
बन रहा ट्रांसपोर्टनगर स्टेशनः रेलवे ट्रांसपोर्टनगर स्टेशन को बना रहा है। साथ ही दो लूप लाइन और वाशिंग लाइन बनाने की योजना भी स्वीकृत की गयी है। रेलवे पहले चरण में बरेली की ओर से आने वाली मालगाड़ियों को चारबाग की जगह इसी बाईपास पर शिफ्ट करेगा। साथ ही बरेली से आकर उतरेटिया से होते हुए सुलतानपुर और रायबरेली रूट की कई ट्रेनों को भी शिफ्ट करने की तैयारी है। वहीं आने वाले समय में रेलवे बख्शी का तालाब, मल्हौर होकर डालीगंज ऐशबाग होकर चारबाग और फिर आलमनगर से उतरेटिया तक मेमू ट्रेनें चल सकेंगी।