विज्ञान महोत्सव में आए वैज्ञानिकों के साथ रेलवे ने किया 'धोखा'
रेलवे ने तीन ट्रेनों की लखनऊ आने की गलत सूचना नेशनल ट्रेन इंक्वायरी सिस्टम पर फीड कर दिया। वैज्ञानिक जब उसके आधार पर स्टेशन पहुंचे तो पता चला की ट्रेन जा चुकी है।
लखनऊ, जेएनएन। भारतीय अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव में हिस्सा लेकर वापस लौट रहे करीब 50 वैज्ञानिकों की ट्रेनें रेलवे की लापरवाही के कारण छूट गई। रेलवे ने तीन ट्रेनों की लखनऊ आने की गलत सूचना अपनी नेशनल ट्रेन इंक्वायरी सिस्टम (एनटीईएस) पर फीड कर दी। जिसके चलते वैज्ञानिक जब चारबाग स्टेशन पहुंचे तो पता चला कि उनकी ट्रेनें जा चुकी हैं। उनके साथ कई यात्रियों ने रेलवे की शिकायत दर्ज करायी है।
दरअसल, प्रतापगढ़ में रेलवे इस समय नॉन इंटरलॉकिंग का काम कर रहा है। इसके चलते तीन ट्रेनें 12875 पुरी -आनंदविहार नीलांचल एक्सप्रेस, 13005 हावड़ा-अमृतसर पंजाब मेल और 14265 वाराणसी-देहरादून जनता एक्सप्रेस बदले रूट से चल रही हैं। मार्ग परिवर्तन के कारण रेलवे ने इन तीनों ट्रेनों के लखनऊ आने के संभावित समय में डेढ़ से दो घंटे की देरी फीड कर दी थी। इन ट्रेनों से ही विज्ञान महोत्सव में हिस्सा लेकर वैज्ञानिक देहरादून, दिल्ली और कई अन्य शहरों की ओर रवाना हो रहे थे। जब वह स्टेशन पहुंचे तो पता चला कि ट्रेनें अपने समय से जा चुकी हैं। वैज्ञानिकों ने रेलवे के पूछताछ काउंटर पर एनटीईएस की गलत फीडिंग के बारे में भी बताया। इस पर रेलवे के कर्मचारी कुछ भी न कह सके।
नहीं शुरू हो पा रही जयपुर डबल डेकर
रेलवे बोर्ड के आदेश के डेढ़ साल बाद भी एसी डबल डेकर का संचालन लखनऊ जंक्शन से जयपुर तक नहीं हो पा रहा है। इस ट्रेन का टाइम टेबल 30 मार्च 2017 को जारी किया गया था। लखनऊ से गुरुग्राम जाने के लिए शहर के युवाओं को प्रतिदिन सीधी ट्रेन मिल सकती थी। रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक ट्रेन की मरम्मत के चलते मामला फंसा हुआ है। यह ट्रेन लखनऊ और जयपुर में रात से सुबह तक खड़ी रहेगी। इस कारण लखनऊ और जयपुर में पेेच फंस गया है। लखनऊ-जयपुर डबलडेकर का लखनऊ जंक्शन से रवाना होने का समय सुबह 7:50 बजे तय किया गया था। जबकि ट्रेन के दिल्ली कैंट का समय शाम 5:53 और गुरुग्राम में 6:12 बजे जबकि जयपुर रात 10 बजे तय किया गया था। जबकि जयपुर से ट्रेन को सुबह छह बजे रवाना होकर रात 8:45 बजे लखनऊ आना था।