लोहिया राष्ट्रीय विधि विवि में पुलिस कर्मियों को बताई जाएंगी कानून की बारीकियां, यूपी पुलिस संग हुआ अहम समझौता
कुलपति प्रो.एसके भटनागर और मुरादाबाद स्थित डा.भीमराव अंबेडकर पुलिस अकादमी के निदेशक व अपर पुलिस निदेशक राजीव कृष्ण के बीच हुए करार में पुलिस को कानून के साथ ही न्यायिक आदेशों के मायनों के बारे में बताया जाएगा।
लखनऊ, [जितेंद्र उपाध्याय]। डा.राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के शिक्षक प्रशिक्षण लेने वाले पुलिस भर्ती के अभ्यर्थियों को कानून की बारीकियां सिखाएंगे। विश्वविद्यालय के विद्यार्थी भी थानों में जाकर कानून के पालन की हकीकत से रूबरू होंगे। इसे लेकर हुए समझौते को अमली जामा पहनाने की पहल शुरू हो रही है। लखनऊ के डा.राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विवि और मुरादाबाद स्थित डा.भीमराव अंबेडकर पुलिस अकादमी के बीच इसे लेकर सहमति बनी है।
कुलपति प्रो.एसके भटनागर और मुरादाबाद स्थित डा.भीमराव अंबेडकर पुलिस अकादमी के निदेशक व अपर पुलिस निदेशक राजीव कृष्ण के बीच हुए करार में पुलिस को कानून के साथ ही न्यायिक आदेशों के मायनों के बारे में बताया जाएगा। विवि के एसोसिएट प्राेफेसर डा.केए पांडेय ने बताया कि इस पहल से कानून के दुरुपयोग पर विराम लगेगा और कानून के प्रति समझ बढ़ेगी और कानून अपना काम आसानी से कर सकेगा। पुलिस अकादमी में प्रशिक्षण के दौरान भी उन्हें कानून की जानकारी दी जाती है, लेकिन उसको विस्तार देने के लिए यह पहल शुरू हो रही है। प्रवक्ता प्रो.अलका सिंह ने बताया कि कुलपति की पहल ऐसा करार किया गया है। यह विवि के लिए भी गर्व की बात है। कानून के रखवालों को विधिक जानकारी मिलेगी और कानून का राज स्थापित करने की सरकार की मंशा को और बल मिलेगा। शुरुआत को लेकर नई गाइड लाइन का इंतजार किया जा रहा है।
जेल अधिकारियों को भी मिल चुका है प्रशिक्षण : तत्कालीन कुलपति प्रो.बलराज चौहान की ओर से पहले भी विवि में जेल अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। प्रदेश में पहला ऐसा अवसर था जब कैदियों के अंदर सुधार को लेकर यहीं के सहायक कुलसचिव डा.मृदुल श्रीवास्तव ने कैदियों के जीवन पर शोध किया और उनके शोध की चर्चा विश्व स्तर पर की गई। साइबर क्राइम की ट्रेनिंग की शुरुआत भी प्रो.एके तिवारी की पहल पर की गई। अब पुलिस प्रशिक्षण की जिम्मेदारी से एक नया अध्याय जुड़ेगा।