लखनऊ में गरीबों को आशियाना देने का सपना अधर में, एक साल से बंद है पीएम आवास योजना का काम
गरीबों को मकान देने की प्रधानमंत्री आवास योजना अब बजट के अभाव में अटक गई है। यह निर्माण नगर निगम को कराना था लेकिन आगे का बजट न मिलने से साल भर से काम ही बंद हो गया है। ऐसे में गरीबों को आशियाना मिलने का सपना अधूरा ही है।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। गरीबों को मकान देने की प्रधानमंत्री आवास योजना अब बजट के अभाव में अटक गई है। यह निर्माण नगर निगम को कराना था लेकिन आगे का बजट न मिलने से साल भर से काम ही बंद हो गया है। ऐसे में गरीबों को आशियाना मिलने का सपना अधूरा ही है। आवास बने तो उनका पंजीकरण होने के साथ ही आवंटन की प्रक्रिया चालू हो पाए लेकिन बजट की कमी से यह संभव नहीं दिख रहा है। यहां कुल 264 आवास बनाए जाने हैं और जो बन भी गए हैं वह अभी अधूरे पड़े हैं। इन आवासों को पाने के लिए जिला नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) के दफ्तर में लोग पंजीकरण के इंतजार में भटक रहे हैं।
पारा में प्रधानमंत्री आवास बनाए जा रहे थे और कई मंजिला निर्माण भी हो गया था आगे का बजट शासन में फंस जाने के बाद से काम ठप हो गया है और वहां पर वीरान जैसा माहौल है। प्रधानमंत्री आवास योजना के निर्माण को लेकर 11 करोड़ की मंजूरी दी गई थी। निविदा भी वर्ष 2018 में हो गई थी। काम भी चालू हो गया था और पचास प्रतिशत काम भी पूरा हो गया था। 2.24 करोड़ रुपये का भुगतान भी कर दिया गया लेकिन इसके बाद किसी ने भी कोई सांस नहीं ली और एक साल से काम ही बंद हो गया है और अर्धनिर्मित आवास ही योजना पर सवाल खड़ा कर रहे हैं। नगर निगम के मुख्य अभियंता महेश वर्मा का कहना है कि निर्माण के लिए आगे की किश्त न आने से काम बंद हो गया था। वह पत्रावली का परीक्षण करेंगे और बजट के लिए पत्र लिखा जाएगा।