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फैसले के मद्देनजर अयोध्या में मंदिर-मस्जिद से जुड़े आयोजनों पर लगी रोक Ayodhya News

अयोध्‍या में बाबरी मस्जिद के फैसले को लेकर सुरक्षा व्‍यवस्‍था के लिए पुलिस की विशेष सेल गठित।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Sun, 03 Nov 2019 07:56 AM (IST)Updated: Sun, 03 Nov 2019 07:55 AM (IST)
फैसले के मद्देनजर अयोध्या में मंदिर-मस्जिद से जुड़े आयोजनों पर लगी रोक Ayodhya News

अयोध्या [रविप्रकाश श्रीवास्तव]। सुप्रीम फैसले से पहले अयोध्या में पाबंदियां गहराने लगी हैं। सांप्रदायिक सौहार्द व सामाजिक सामंजस्य बना रहे, इसके लिए अयोध्या में रामजन्मभूमि एवं बाबरी मस्जिद से जुड़े किसी भी कार्यक्रम पर रोक लगा दी गई है। कोई भी व्यक्ति, समूह व संगठन रामजन्मभूमि एवं बाबरी मस्जिद से जुड़े समारोह, पदयात्रा, जनसभा नहीं करेगा, जिससे धार्मिक भावनाएं आहत हों।

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यहां तक कि बैनर-पोस्टर का भी इस्तेमाल नहीं होगा। पहली बार सार्वजनिक स्थान से लेकर लोगों के घर तक निषेधाज्ञा के दायरे में आए हैं। घर के आसपास व छतों पर कंकड़, पत्थर, खाली बोतल, शीशा का टुकड़ा आदि ऐसी सामग्री, जिनका उपयोग शांति व्यवस्था को प्रभावित करने के लिए हो सकती है। उसके संग्रह पर पाबंदी लगा दी गई है। 

मीडिया की डिबेट और परिचर्चा भी बगैर सक्षम अधिकारी की अनुमति के नहीं हो सकेगी। सुरक्षातंत्र भी सुनियोजित तैयारी के साथ आगे बढ़ रहा है। अधिकारियों व जनता तक अपनी बात पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया को अहम माध्यम बनाया गया है। फोर्स का व्यवस्थापन और अन्य गतिविधियां बेहतर हो सके, इसके लिए स्पेशल सेल का गठन किया गया है। सेल में एक प्रभारी और सहयोगियों की तैनाती कर दी गई है। फोर्स की आमद, ड्यूटी, उनके रहने आदि की व्यवस्थाओं में लगे अधिकारियों से समन्वय स्थापित करने की जिम्मेदारी इस विशेष सेल की होगी। जिला प्रशासन ने 28 दिसंबर तक निषेधाज्ञा बढ़ा दी है।  

अयोध्या विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट का फैसला 17 नवंबर तक आने की संभावना है। इसे लेकर रामनगरी सहित पूरे जिले में पुलिस की गतिविधियां तेज हो गई हैं। दो हजार सिविल पुलिस के अतिरिक्त बड़ी संख्या में पीएसी व आरएएफ अयोध्या पहुंच चुकी है। फैसले को लेकर दो एसपी, नौ एएसपी व 18 डिप्टी एसपी अयोध्या को मिल रहे हैं, जिनमें अधिकांश ऐसे पुलिस अधिकारी हैं, जो अयोध्या में पहले अपनी सेवाएं दे चुके हैं। शुक्रवार को पहुंचे एडीजी कानून-व्यवस्था पीवी रामाशास्त्री ने यह संकेत दिए थे कि अयोध्या फैसले को लेकर सुरक्षा व निगरानी की व्यापक तैयारी है। निषेधाज्ञा को बढ़ाया जाना अधिकारियों के निर्णय का ही हिस्सा बना जा रहा है। 

विहिप पहले स्थगित कर चुकी है कार्यक्रम 

फैसले के मद्देनजर विहिप नवंबर माह में होने वाले अपने कार्यक्रम पहले ही स्थगित कर चुकी है। विहिप के प्रवक्ता शरद शर्मा ने बताया कि अयोध्या में दुर्गावाहिनी का प्रशिक्षण वर्ग, लखनऊ में एकल कुंभ, हरिद्वार में संघ की बैठक व मिर्जापुर में विहिप के कई महत्वपूर्ण आयोजन नवंबर में होने थे। सामाजिक सामंजस्य बना रहे इसे लेकर कार्यक्रम स्थगित कर दिए गए हैं।


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