प्राविधिक शिक्षा मंत्री जितिन प्रसाद बोले, सरस्वती जी के साथ लक्ष्मी जी की भी विभाग को बहुत जरूरत
मंत्री जितिन प्रसाद शनिवार को राजकीय पालीटेक्निक में आयोजित शैक्षिक संवाद कार्यक्रम में छात्र छात्राओं से रूबरू हुए। उन्होंने विद्यार्थियों को आश्वस्त किया की उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतिस्पर्धा में शामिल होने के लायक बनाने में हर स्तर के संभव प्रयास किए जाएंगे।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। पिछली सरकारों में विद्यार्थियों को डिग्रियां तो मिली, मगर उसका लाभ विद्यार्थियों को नहीं मिला। जिसका परिणाम रहा कि विद्यार्थी दर दर भटकने को मजबूर रहे। मेरा मानना है कि सुविधाएं महत्वपूर्ण हैं, सहायता नहीं। क्योंकि सहायता व्यक्ति को मजबूर बना देती है। अगर सुविधाएं मिलेंगी तो आप आत्मनिर्भर बनेंगे। यही हमारे पीएम का मकसद है। यह कहना था प्राविधिक शिक्षा मंत्री जितिन प्रसाद का।
मंत्री जितिन प्रसाद शनिवार को राजकीय पालीटेक्निक में आयोजित शैक्षिक संवाद कार्यक्रम में छात्र छात्राओं से रूबरू हुए। उन्होंने विद्यार्थियों को आश्वस्त किया की उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतिस्पर्धा में शामिल होने के लायक बनाने में हर स्तर के संभव प्रयास किए जाएंगे।
विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास पर जोर दिया जाएगा। पालीटेक्निक संस्थानों में सुविधाओं पर ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारा एक मात्र मकसद आपके उज्जवल भविष्य का निर्माण करना है। मंत्री ने राजकीय पालीटेक्निक के पीएमटी ब्लाक का लोकार्पण किया। इस मौके पर विशेष सचिव प्राविधिक शिक्षा सुनील कुमार, नागेंद्र शर्मा, कृपाशंकर, संयुक्त निदेशक प्राविधिक शिक्षा मध्य क्षेत्र के राम, हीवेट पालीटेक्निक के प्रधानाचार्य यूसी बाजपेई, लखनऊ पालीटेक्निक के प्रधानाचार्य राजेंद्र सिंह समेत शहर के सभी पालीटेक्निक के छात्र छात्राओं समेत तमाम लोग शामिल रहे।
मंत्री ने कहा सरस्वती जी के साथ लक्ष्मी जी की फोटाे भी जरूरी : विद्यार्थियों से संवाद के बाद मंत्री ने कहा कि मंच पर सरस्वती जी की तस्वीर है, मगर सिर्फ सरस्वती जी की तस्वीर से काम नहीं चलेगा, यहां लक्ष्मी जी की तस्वीर की बहुत जरूरत महसूस हो रही है।
सम्मानित हुई मेधा : कार्यक्रम में राजकीय और अनुदानित पालीटेक्निक संस्थाओं के उत्कृष्ट छात्र छात्राओं को मंत्री जितिन प्रसाद द्वारा पुरस्कृत किया गया। पुरस्कृत होने वाले छात्र-छात्राओं में राजकीय पालीटेक्निक लखनऊ के सिविल अभियंत्रण कुणाल कुमार द्विवेदी, इलेक्ट्रॉनिक्स अभियंत्रण के त्रिधम सैनी, राजकीय महिला पालीटेक्निक की फैशन डिजाइन अंतिम वर्ष की फरहीन याकूब, अंकिता दुबे, उन्नत राज, मोनिका विश्वास, सोमा वर्मा, हीवेट पालीटेक्निक के आइटी अंतिम वर्ष की एकता प्रजापति, संजना मौर्य, लखनऊ पालीटेक्निक के इलेक्ट्रॉनिक्स अंतिम वर्ष के राजेश कुमार मौर्य एवं इलेक्ट्रिकल अंतिम वर्ष की प्रियांशी सिंह शामिल रहीं।
कार्यक्रम के दौरान छात्र-छात्राओं द्वारा आधुनिक तकनीक पर आधारित मॉडल प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया। प्रदर्शनी में राजकीय पालीटेक्निक लखनऊ के छात्र गौरव सिंह पटेल और सौरव कुमार गौतम व राजकीय महिला पालीटेक्निक की छात्रा साक्षी साहू और श्वेता पांडे द्वारा प्रदर्शित पाल्यूशन कंट्रोल सिस्टम कि मंत्री ने खूब सराहना की।
विद्यार्थियों के सवाल, मंत्री का जवाब
सवाल: तकनीकी शिक्षा के लिए आप क्या प्रयास करेंगे? नेहा सिंह ,राजकीय पालीटेक्निक
जवाब: जगजाहिर है केंद्र सरकार व प्रदेश सरकार के लिए महिला सशक्तिकरण प्राथमिकता पर है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के तहत हम काम कर रहे हैं।
सवाल: पालीटेक्निक में आम तौर पर ग्रामीण परिवेश सही छात्र आते हैं अधिकांश हिंदी भाषी रहते हैं, उन्हें आगे बढ़ने में बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसके लिए क्या करेंगे। दिव्यांश, लखनऊ पालीटेक्निक
जवाब: हमारा प्रयास है कि हम अपने विद्यार्थियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाएं। हिंदी हमारी मातृभाषा है हम हिंदी के माध्यम से वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बना सकते हैं। इन सबके बावजूद हम विद्यार्थियों के कम्युनिकेशन स्किल और पर्सनालिटी डेवलपमेंट पर काम करेंगे।
सवाल: स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए क्या योजना है। अभिषेक सिंह
जवाब: आने वाले कल में हमें आत्मनिर्भर भारत का निर्माण करना है। पालीटेक्निक संस्थाओं में स्पीड ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल बनाए गए हैं। उन्हें और बेहतर किया जाएगा