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नियुक्ति पाने को कोई विवाह के मंडप से काउंसिलिंग कराने पहुंची तो किसी के पति ने संभाला बच्चा

Teachers Appointment in UP 69000 सहायक शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू होते ही आलम तो यह था कि कोई सुबह ही विवाह के मंडप से सीधा काउंसिलिंग कराने पहुंचा तो किसी ने पति की गोद में छोटा बच्चा छोड़कर काउंसिलिंग की सारी औपचारिकता पूरी कराई।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sat, 05 Dec 2020 05:54 PM (IST)Updated: Sat, 05 Dec 2020 05:57 PM (IST)
नियुक्ति पाने को कोई विवाह के मंडप से काउंसिलिंग कराने पहुंची तो किसी के पति ने संभाला बच्चा
प्रज्ञा की बुधवार को शादी हुई और गुरुवारफेरों के होते ही वह बीएसए ऑफिस के लिए निकल पड़ी

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग में 69000 सहायक शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू होते ही अभ्यर्थियों ने अपने बेहद ही जरूरी माने जाने वाले कामों को उतनी वरीयता नहीं दी, जितनी नियुक्ति पाने की खातिर कागजात को पूरे करने के साथ काउंसिंलिग को दी। आलम तो यह था कि कोई सुबह ही विवाह के मंडप से सीधा काउंसिलिंग कराने पहुंचा तो किसी ने पति की गोद में छोटा बच्चा छोड़कर काउंसिलिंग की सारी औपचारिकता पूरी कराई।

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उत्तर प्रदेश के अधिकांश शहरों में काउंसिलिंग की प्रक्रिया में भारी भीड़ देखी गई, लेकिन गोंडा में नजारा ही जुदा था। यहां पर गुरुवार को 36590 शिक्षक भर्ती के दूसरे दिन महिला अभ्यर्थियों की काउंसिंलिग कराई गई। इसमें एक अभ्यर्थी विवाह के जोड़े में शादी के मंडप से सीधे काउंसिंलिग स्थल पर पहुंची। मंडप में बैठी दुल्हन की मांग में सुबह 5 बजे जैसे ही दूल्हे ने सिंदूर भरा, वैसे ही दुल्हन मंडप छोड़कर नौकरी की काउंसलिंग में चली गई। वहां उसे सरकारी नौकरी मिल गई और वापस आकर खुशी-खुशी विदा हुई। गोंडा के रामनगर में बाराबंकी की रहने वाली प्रज्ञा तिवारी मेहंदी रचे हाथों से अपने डॉक्यूमेंटस को संभालते और फॉर्म भरते करते हुए दिखीं। इनके बालों में मोगरे के फूलों के गजरे सजे थे।

प्रज्ञा की बुधवार को शादी हुई और गुरुवार सुबह 5 बजे फेरों के होते ही वह अपने पति के नाम का सिंदूर लगाकर गोंडा बीएसए ऑफिस के लिए निकल पड़ी थी जहांं प्रज्ञा की काउंसलिंग होनी थी। काउंसलिंग की शेड्यूल डेट फिक्स थी इसी कारण फेरों के बाद ही प्रज्ञा को कई रस्म छोड़कर काउंसलिंग के लिए जाना पड़ा। प्रज्ञा लाइन में लगी और अपने डॉक्यूमेंटस को चेक करवा कर रिसीविंग ली। प्रज्ञा के चेहरे पर दोहरी खुशी झलक रही थी। विवाह के साथ ही उनको नौकरी भी मिल गई। दूल्हे को अपने इंतजार में मंडप में छोड़कर वह काउंसलिंग के लिए आई थी। इसके बाद वह फिर घर गईं और रस्म होने के बाद पति के साथ ससुराल के लिए विदा हो गईं। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने भी प्रज्ञा को बधाई देते हुए कहा कि यह बड़ी बात है कि कल शादी हुई और आज नौकरी लग गई। प्रज्ञा काउंसलिंग करा कर वापस बाराबंकी चली गई हैं। प्रज्ञा कि बेसिक शिक्षा विभाग गोंडा में सहायक शिक्षक के पद पर नियुक्त हुई है।

बच्चे को पति ने संभाला

गोंडा में ही एक दूसरा नजारा भी देखने को मिला। यहां पर अर्चना अपने एक महीने के बच्चे के साथ पहुंची थीं। काउंसिलिंग के दौरान काफी भीड़ थी, इसी कारण बच्चे को पति ने संभाला। पति ने बच्चे के साथ ही अर्चना के सभी मूल शैक्षणिक दस्तावेजों को संभाला। बच्चा जब रोने लगता तो वह उसको काउंसिंलिग प्रांगण में लेकर टहलते रहे। पत्नी लाइन में लगाकर काउंसिलिंग प्रक्रिया में शामिल हो गईं।

शनिवार को जब उनको नियुक्ति पत्र मिला तो उनकी खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा। जिला बेसिक शिक्षाधिकारी डॉ. इंद्रजीत ने बताया गुरुवार को महिला अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग आयोजित की गई। इनके अभिलेख जमा कराया गया। नियमानुसार अभिलेखों की जांच कराई जा रही है। शुक्रवार को दिव्यांग व छूटे हुए अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग हुई। आज सभी को नियुक्ति पत्र भी मिल गया है, अब ज्वाइनिंग की प्रक्रिया पूरी कराई जाएगी। इसको लेकर तैयारी पूरी कर ली गई है। 


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