Lucknow University: सेल्फ फाइनेंस कोर्स में दूर होगी शिक्षकों की कमी, होली से पहले होंगे इंटरव्यू
लखनऊ विश्वविद्यालय के सेल्फ फाइनेंस कोर्स चलाने वाले विभागों में जल्द ही शिक्षकों की कमी दूर हो जाएगी। विश्वविद्यालय प्रशासन होली से पहले शिक्षकों के अस्थायी पदों पर साक्षात्कार शुरू करने की तैयारी कर रहा है। 15 अप्रैल तक विभागों में शिक्षकों की कमी दूर हो जाए।
लखनऊ, जेएनएन। लखनऊ विश्वविद्यालय के सेल्फ फाइनेंस कोर्स चलाने वाले विभागों में जल्द ही शिक्षकों की कमी दूर हो जाएगी। विश्वविद्यालय प्रशासन होली से पहले शिक्षकों के अस्थायी पदों पर साक्षात्कार शुरू करने की तैयारी कर रहा है। जल्द ही पात्र अभ्यर्थियों की सूची वेबसाइट पर जारी करने के बाद साक्षात्कार के लिए बुलावा पत्र भेजे जाएंगे। विश्वविद्यालय की कोशिश है कि होली से पहले साक्षात्कार शुरू हो जाएं ताकि 15 अप्रैल तक विभागों में शिक्षकों की कमी दूर हो जाए।
लविवि के इंजीनियरिंग, लॉ, कामर्स और आइएमएस जैसे कई ऐसे सेल्फ फाइनेंस कोर्स हैं, जहां शिक्षकों की भारी कमी है। विश्विद्यालय ने 185 अस्थायी (संविदा) शिक्षकों के पदों के लिए 27 अक्टूबर से एक दिसंबर तक आवेदन लिए थे। इनमें 2080 लोगों ने आवेदन किया था। अब इन अभ्यर्थियों की ओर से आवेदन पत्रों की स्क्रीनिंग के बाद अर्ह अभ्यर्थियों की सूची लगभग तैयार हो चुकी है, जिसे जल्द ही वेबसाइट पर जारी करने के बाद साक्षात्कार के लिए बुलाया जाएगा। साक्षात्कार के लिए विशेषज्ञों का भी चयन भी अंतिम दौर में है।
स्थायी शिक्षकों की नियुक्ति में लगेगा समय
विश्ववद्यालय ने पिछले साल 16 सितंबर को शिक्षकों के 180 स्थायी पदों पर भर्ती के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू की थी। इनमें असिस्टेंट प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और प्रोफेसर के पदों पर 19 अक्टूबर तक आवेदन लिए गए। 5080 आवेदन पत्र आए थे। इनके इंटरव्यू के लिए राजभवन से विशेषज्ञों के पैनल का अनुमोदन लिया जाएगा। उसके बाद साक्षात्कार की प्रक्रिया आयोजित की जाएगी। हालांकि लविवि का दावा है कि जुलाई से शुरू होने वाले नए शैक्षिक सत्र से पहले चयन प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
कोटे में सिर्फ आठ आवेदन आए
विज्ञापन में फिजिकल हैंडीकैप और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के आश्रितों के लिए पहले विकल्प नहीं दिया गया था। विवाद उठने पर उन्हें मौका दिया गया। अब चार-चार फीसद कोटा तय हुआ है। दोनों में सिर्फ आठ आवेदन आए हैं।
मानव विज्ञान विभाग की नियुक्ति में फंसा पेंच
एंथ्रोपालिजी में शिक्षकों के चार स्थायी पद हैं। लेकिन इसमें सामान्य वर्ग के लिए सीट न दिए जाने का मामला कोर्ट में चला गया। जिसमें कोर्ट ने कहा है कि प्रक्रिया पूरी कर लें। लेकिन फाइनल न करें।