फर्जी दस्तावेज लगा 3.5 करोड़ का लोन लेकर ठगी, फाइनेंस कंपनी ने दर्ज कराया मुकदमा
दस्तावेजों की जांच में धोखाधड़ी की बात सामने आने पर कंपनी के प्रबंधक राजेश ने जेसीपी क्राइम नीलाब्ज चौधरी से शिकायत दर्ज कराई।
लखनऊ, जेएनएन। हजरतगंज थाने में टाटा हाउसिंग फाइनेंस कंपनी ने फर्जी दस्तावेज लगाकर 3.50 करोड़ रुपये का लोन लेकर ठगी करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। दस्तावेजों की जांच में धोखाधड़ी की बात सामने आने पर कंपनी के प्रबंधक राजेश ने जेसीपी क्राइम नीलाब्ज चौधरी से शिकायत दर्ज कराई। जेसीपी क्राइम के आदेश पर इस मामले में हजरतगंज पुलिस ने आरोपित धर्मचंद्र गोयल, देवी गोयल और सुमित गोयल के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। यह लोग खुद को एक प्रतिष्ठित कंपनी का निदेशक बताया था।
हजरतगंज हलवासिया बिल्डिंग स्थित टाटा हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड के प्रबंधक राजेश साहिनी ने बताया कि अगस्त 2019 में धर्मचंद्र गोयल, देवी गोयल और सुमित गोयल ने लोन के लिए आवेदन किया था। उन्होंने खुद को नाथराम नित्यानंद टिम्बर्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का निदेशक बताया था। लोन लेने के लिए तीनों ने अलग-अलग सम्पतियों के पेपर भी लगाए थे।
कंपनी ने डीएसए दृष्टि इंटरप्राइजेज के प्रस्ताव पर तीनों लोगों को दो बार में 3.5 करोड़ रुपये का लोन उनके खाते में ट्रांसफर कर दिया गया। इन लोगों के लोन की किस्त जमा न करने पर जांच कराने पर ठगी की जानकारी हुई। साथ ही उनके नाथराम नित्यानंद टिम्बर्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी से दूर-दूर तक संपर्क न होने की बात समाने आई। इन लोगों ने लोन हासिल करने के लिए नाथराम नित्यानंद टिम्बर्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के फर्जी दस्तावेज और मोहर का प्रयोग किए थे। साथ ही गारंटी के लिए रखे प्रापर्टी के कागज पर बजाज हाउसिंग फाइनेंस कंपनी से भी लोन ले रखा था।