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सैयद मोदी बैडमिंटन चैंपियनशिप : खिताब पर कब्जा जमाने लखनऊ पहुंची पीवी सिंधु, तीन घंटे की प्रैक्‍ट‍िस

Syed Modi Badminton Championship गोमती नगर स्थित बाबू बनारसी दास बैडमिंटन अकादमी में पीवी सिंधु ने सैयद मोदी बैडमिंटन चैंपियनशिप के लिए करीब तीन घंटे किए कड़े अभ्यास। इसके अलावा केडी सिंह बाबू स्टेडियम में और विनय खंड स्थित मिनी स्टेडियम में कई विदेशी शटलरो ने अभ्यास किया।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Mon, 17 Jan 2022 11:39 AM (IST)Updated: Mon, 17 Jan 2022 11:39 AM (IST)
सैयद मोदी बैडमिंटन चैंपियनशिप : खिताब पर कब्जा जमाने लखनऊ पहुंची पीवी सिंधु, तीन घंटे की प्रैक्‍ट‍िस
इंडिया ओपन 2022 में सफर समाप्त होने के बाद पीवी सिंधु सीधे लखनऊ पहुंची।

लखनऊ, [हितेश सिंह]। दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधु ने सोमवार को बाबू बनारसी दास बैडमिंटन अकादमी में जमकर अभ्यास किया है। वह सुबह करीब छह बजे से नौ बजे तक कोर्ट पर डटी रहीं। पीवी सिंधु रविवार देर शाम सैयद मोदी इंटरनेशनल बैडमिंटन चैंपियनशिप के लिए लखनऊ आई हुई हैं। पीवी सिंधु के अलावा करीब डेढ़ सौ खिलाड़ी राजधानी पहुंच चुके हैं। केडी सिंह बाबू स्टेडियम में और विनय खंड स्थित मिनी स्टेडियम में कई विदेशी शटलरो ने अभ्यास किया।

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शीर्ष वरीय 26 वर्षीय भारतीय खिलाड़ी पीवी सिंधु हाल ही में दिल्ली में हुए इंडिया ओपन 2022 के सेमीफाइनल मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा था। महिला एकल स्पर्धा के सेमीफाइनल मुकाबले में थाईलैंड की छठी वरीयता प्राप्त सुपानिदा कातेथोंग के हाथों हार का सामना करना पड़ा। सिंधु की शुरुआत अच्छी नहीं रही और उन्होंने पहला सेट 14-21 से गंवा दिया। हालांकि इसके बाद उन्होंने जोरदार वापसी करते हुए 21-13 से दूसरा सेट अपने किया और स्कोर बराबरी पर पहुंचाया। लेकिन आखिरी और निर्णायक सेट में उन्होंने फिर से अपनी लय खो दी और 10-21 से हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गईं। इंडिया ओपन 2022 में सफर समाप्त होने के बाद पीवी सिंधु सीधे लखनऊ आ धमकी। यहां पर कोविड रिपोर्ट और थर्मल स्क्रीनिंग के बाद गोमती नगर स्थित बाबू बनारसी दास बैडमिंटन अकादमी में प्रवेश लिया।

पीवी सिंधु का करियर : पीवी सिंधु ने अखिल भारतीय रैंकिंग चैम्पियनशिप और सब-जूनियर नेशनल जैसे जूनियर बैडमिंटन खिताब जीते। इसके बाद वह अंतरराष्ट्रीय लेवल की खिलाड़ी बन गईं। साल 2009 में सिंधु ने सब-जूनियर एशियाई बैडमिंटन चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता। वहीं एक साल बाद ईरान में अंतर्राष्ट्रीय बैडमिंटन चैलेंज में एकल रजत जीता। ये पीवी सिंधु की लगन और मेहनत का नतीजा ही था कि साल 2012 एशियाई जूनियर चैंपियनशिप में उन्होंने एक बार फिर जीत हासिल की। जिस मंच पर एक साल पहले सिंधु ने कांस्य पदक जीता था, वहीं अब उन्होंने अपना पहला स्वर्ण हासिल किया था। 

पीवी सिंधु की उपलब्धि : साल 2016 में हुए रियो ओलंपिक में पीवी सिंधु ने रजत पदक जीता था। इस बार टोक्यो ओलंपिक 2020 में सिंधु ने कांस्य पदक हासिल किया। इस तरह सिंधु ने लगातार दो ओलंपिक में पदक जीतने वाली एकमात्र महिला खिलाड़ी का खिताब हासिल कर लिया। सिंधु 2018 राष्ट्रमंडल खेलों के उद्घाटन समारोह में भारत की ध्वजवाहक रह चुकी हैं।

पीवी सिंधु को पुरस्कार : पीवी सिंधु को साल 2020 में भारत का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार- पद्म भूषण से सम्मानित किया जा चुका है। इसके पहले साल 2015 में सिंधु को पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। उन्हें सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड मिल चुका है। साल 2013 में पीवी सिंधु को अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया गया था। 


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