Swachh Survekshan 2020 : पीएम नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी गंगा नदी के किनारे वाला श्रेष्ठ शहर
Swachh Survekshan-2020स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में वाराणसी को गंगा किनारे बसे शहरों में सबसे साफ पाया गया है।
लखनऊ, जेएनएन। स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में उत्तर प्रदेश के शहरों ने अपना परचम लहराया है। मिनिस्ट्री ऑफ हाउसिंग एंड अरबन अफेयर्स के देश के 4203 शहरों में स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 की स्वच्छता रैकिंग सूची में बीते वर्ष की तुलना में उत्तर प्रदेश के शहर देश के 129 शहरों में विशिष्ट स्थान पाने में सफल रहे हैं। सफाई व्यवस्था में नदी के किनारे के क्षेष्ठ शहरों में वाराणसी शीर्ष पर है जबकि प्रदेश के शाहजहांपुर और फिरोजाबाद को भी इस श्रेणी में अहम स्थान मिला है।
स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में वाराणसी को गंगा किनारे बसे शहरों में सबसे साफ पाया गया है। गुरुवार को भारत सरकार ने इस सर्वेक्षण का ऐलान किया है। स्वच्छ शहरों में मध्य प्रदेश का इंदौर लगातार चौथे वर्ष टॉप पर है। 28 दिनों में स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 को पूरा किया गया है। स्वच्छ महोत्सव में आज स्वच्छता सर्वेक्षण रिपोर्ट के अलावा स्वच्छ सर्वेक्षण इनोवेशन, स्वच्छ सर्वेक्षण सोशल मीडिया और गंगा के किनारे बसे नगरों की भी रिपोर्ट जारी की गई। वाराणसी को बेस्ट गंगा टाउन का खिताब दिया गया। इस मौके पर आवास एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ट्वीट किया कि प्राचीन पवित्र शहर वाराणसी गंगा नदी के किनारे सबसे साफ शहर है।
शाहजहांपुर और फिरोजाबाद को भी अवॉर्ड
एक लाख से अधिक आबादी की श्रेणी में अधिकतम नागरिक की भागीदारी के मामले में उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर को पहला स्थान मिला है। यूपी के ही फिरोजाबाद को तीन लाख से 10 लाख जनसंख्या वाली कैटिगरी में बेस्ट मूवर सिटी का अवॉर्ड मिला। स्वच्छ महोत्सव कार्यक्रम में कुल 129 शहरों को पुरस्कार मिला है। एक महीने चले इस सर्वे के दौरान एक करोड़ 70 लाख नागरिकों ने स्वच्छता ऐप पर पंजीकरण किया है। सोशल मीडिया पर 11 करोड़ से अधिक लोग इससे जुड़े।
देश में पहले नंबर इंदौर है, जिसे 5647.56 अंक मिले है। इंदौर पिछले साल एक नंबर पर था। वहीं लखनऊ को 4728 अंक पाकर देश में 12 वें स्थान पर रहा जबकि प्रदेश में अव्वल रहा। इसके अलावा प्रदेश में आगरा 4391.51 अंक पाकर दूसरे स्थान पर, गाजियाबाद 4283.26 अंक पाकर तीसरा स्थान और प्रयागराज 4141.47 अंक पाकर चौथे स्थान पाया है।
स्वच्छता रैकिंग में शहर
शहर देश में रैकिंग प्रदेश में रैकिंग
लखनऊ 12 एक
आगरा 16 दो
गाजियाबाद 19 तीन
प्रयागराज 20 चार
कानपुर 25 पांचवां
स्वच्छता सर्वेक्षण में प्रदेश में दूसरे और देश में 16 नंबर पर पहुंचा आगरा
स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में नगर निगम आगरा ने लंबी छलांग लगाई है। रैंक में सुधार करते हुए आगरा देश में 16वें और प्रदेश में दूसरे नंबर पर पहुंच गया है। वर्ष 2019 की बात की जाए तो आगरा देश में 85 नंबर और प्रदेश में पांचवें नंबर पर था। मेयर नवीन जैन का कहना है कि वर्ष 2020 के सर्वेक्षण में जिस तरीके से विभिन्न शहरों के बीच टक्कर थी, उस हिसाब से आगरा ने अच्छा प्रयास करते हुए देश में 16 वां स्थान प्राप्त किया है। वर्ष 2021 के सर्वेक्षण में आगरा टॉप टेन में शामिल होगा। वर्तमान में सर्वेक्षण का दूसरा चक्र चल रहा है। यह चक्र 30 सितंबर तक चलेगा। एक अक्टूबर से लेकर 31 दिसंबर तक तीसरा चक्र शुरू होगा। वर्ष 2020 में सर्वेक्षण में कुल 6000 अंक निर्धारित किए गए हैं। पिछले तीन साल से नगर निगम आगरा देश के स्वच्छता सर्वेक्षण में टॉप टेन में आने का प्रयास कर रहा था लेकिन वर्ष 2020 के सर्वेक्षण में भी एक बार फिर से चूक गया है। इसकी कई वजह रहींं। प्रमुख कारण जनवरी 2020 में सर्वेक्षण के दौरान सफाई व्यवस्था ठीक से ना होना और दस्तावेजों को ठीक से ना रखना शामिल हैंं।
स्वच्छता रैकिंग में कानपुर ने लगाई 38 पायदान लंबी छलांग, देश में पाया 25वां स्थान
स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 की स्वच्छता रैकिंग सूची में कानपुर ने लंबी छलांग लगाई है। देश के शहरों में स्वच्छता में शहर अब 25वें स्थान पर आ गया है। पिछले साल की स्वच्छता रैकिंग से कानपुर 38 पायदान ऊपर खिसक गया है। स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 में शहर का 63 वां स्थान अौर स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 में 65 स्थान मिला था। इस बार प्रदेश में कानपुर स्वच्छता रैंकिंग में पांचवे स्थान पर है, जबकि लखनऊ देश की रैकिंग में 12 वें और प्रदेश में पहले नंबर पर है। स्वच्छता सर्वेक्षण में साफ सफाई, निजी से लेकर सार्वजनिक शौचालयों की स्थिति, खुले में शौच मुक्त की स्थिति, कूड़ा उठान, कूड़ा निस्तारण, शहर में विकास कार्यों, सीवरेज सिस्टम व जलापूर्ति व्यवस्था के बाबत केंद्रीय टीम ने शहरवासियों से राय ली थी। सर्वेक्षण में कानपुर को 3783.88 अंक मिले है।