Swachh Sarvekshan 2021: लखनऊ में गोपनीय हो रहा स्वच्छ सर्वेक्षण, दिल्ली से आई 18 विशेषज्ञ टीम
इस बार स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 के सर्वे में तीन के जगह 18 विशेषज्ञों की टीम भेजी गई है। टीम ने नगर निगम के अधिकारियों को साथ लेने के बजाय खुद ही शहर की सफाई व्यवस्था की पड़ताल कर डाली। टीम लखनऊ में कई जगहों पर सर्वेक्षण किया।
लखनऊ [अजय श्रीवास्तव]। अफसरों की टीम हर दिन इंतजार करती रही और दिल्ली से विशेषज्ञों की टीम लखनऊ में आई और किसी को हवा भी लगने नहीं दी। इस बार स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 के सर्वे में तीन के जगह 18 विशेषज्ञों की टीम भेजी गई है। टीम ने नगर निगम के अधिकारियों को साथ लेने के बजाय खुद ही शहर की सफाई व्यवस्था की पड़ताल कर डाली। टीम हजरतगंज, आलमबाग व भूतनाथ मार्केट भी गई और रात्रि सफाई व्यवस्था की हकीकत परखी। टीम के कुछ सदस्य मौजूदा समय में भी एसटीपी से लेकर कूड़ा डंपिंग ग्राउंड की हकीकत जान रहे हैं।
शहर वासियों से लिया फीडबैक: घर-घर कूड़ा एकत्र करने की योजना को भी टीम ने देखा। शहर के विभिन्न इलाकों में जाकर टीम ने शहरवासियों से सफाई के बारे में फीडबैक लिया। डेढ़ दिन शहर में बिताने के बाद टीम के अधिकांश सदस्य वापस हो गए हैं। टीम ने इतनी तेजी से काम किया कि नगर निगम के अफसर उन तक पहुंच नहीं पाए। टीम ने 24 सौ अंक का सर्वे किया है।
नई टीम को दिया गया सर्वे का जिम्मा: टीम को एक जनवरी से स्वच्छता का सर्वेक्षण करना था, लेकिन कोरोना के चलते यह तिथि बदलकर एक मार्च से 28 मार्च के बीच कर दी गई थी। वहीं, पहले टीम के आने की एक दिन पहले ही सूचना मिल जाती थी। साथ ही यह आरोप भी लगे थे कि कुछ मैनेज कर लिया जाता था। लिहाजा, केंद्रीय टीम ने नई एजेंसी को सर्वे का काम सौंपा है। उधर, शहर की सफाई के बारे में जैसा शहरवासी बताएंगे उस हिसाब से रैकिंग बढ़े और घटेगी।
यह देना था फीडबैक
- आपको मालूम है कि आपका शहर स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में शामिल है।
- आप अपने क्षेत्र की सफाई व्यवस्था को कितने नंबर देंगे
- सार्वजनिक और व्यावसायिक क्षेत्र में सफाई इंतजाम पर कितने नंबर देंगे।
- गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग देने के लिए सफाई कर्मी कहते हैं कि नहीं।
- गूगल टॉयलेट लोकेटर और गूगल स्वच्छता एप के बारे में जानकारी है कि नहीं
इन पर मिलेंगे नंबर
- गारबेज फ्री सिटी पर ओडीएफ प्लस और ओडीएफ प्लस-प्लस
- शौचालय का उपयोग कैसे हो रहा है।
- घर-घर से कूड़ा छंटाई के साथ लिया जा रहा है कि नहीं।
- शौचालय और एसटीपी प्लांट पर 500 अंक
- आवासीय, अनावासीय क्षेत्र में सफाई, कूड़ा घर, वॉटर बॉडी, नाला नाली की सफाई - 1200 अंक
- कूड़ा प्रबंधन सिस्टम की पड़ताल
- 11 सौ अंक
- वाटर प्लस की टीम सेप्टिक टैंक की जांच करेगी -200 सौ अंक
- स्वच्छ सर्वेक्षण देश में लखनऊ की रैंकिंग
- 2017 में 269 वां स्थान
- 2018 में 115 वां स्थान
- 2019 में 121वां स्थान
- 2020 में 12 वां स्थान