Californium Smuggling in Lucknow: जांच के लिए IIT कानपुर भेजा गया संदिग्ध कैलिफोर्नियम
संदिग्ध कैलिफोर्नियम को प्रजर्व कर जांच के लिए आइआइटी कानपुर लैब भेज दिया गया है। वहां वैज्ञानिक और एक्सपर्ट उसकी तथ्यात्मक जांच करेंगे। चूंकि कैलिफोर्नियम 20 प्रकार का होता है। इसलिए उसकी शुद्धता की रिपोर्ट अब आइआइटी से ही मिलेगी।
लखनऊ, जेएनएन। गाजीपुर पुलिस द्वारा पकड़े गए दुनिया के दूसरे नंबर के सबसे महंगे रेडियो एक्टिव पदार्थ संदिग्ध कैलिफोर्नियम को जांच के लिए सोमवार को आइआइटी कानपुर लैब भेज दिया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद पुलिस आगे की रणनीति तय करेगी। इसके साथ ही गाजीपुर पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है। वहीं, सर्विलांस टीम पकड़े गए तस्करों की काल डिटेल्स खंगाल रही है।
एडीसीपी उत्तरी प्राची सिंह ने बताया कि संदिग्ध कैलिफोर्नियम को प्रजर्व कर जांच के लिए आइआइटी कानपुर लैब भेज दिया गया है। वहां, वैज्ञानिक और एक्सपर्ट उसकी तथ्यात्मक जांच करेंगे। चूंकि, कैलिफोर्नियम 20 प्रकार का होता है। तस्करों के पास से बरामद कैलिफोर्नियम किस क्वालिटी का है इसकी जांच उसके बाद ही उसके कार्यों के बारे में जानकारी हो सकेगी। उसकी शुद्धता की रिपोर्ट आइआइटी से ही मिलेगी कि किस प्रकार का कैलिफोर्नियम है। वहीं, कैलिफोर्नियम की कीमत 27 लाख डालर प्रति ग्राम (करीब 19 करोड़ रुपये) है। इसकी बिक्री मिलीग्राम में होती है।
ध्यान रहे, गाजीपुर इंस्पेक्टर प्रशांत कुमार मिश्रा ने पालीटेक्निक चौराहे से शुक्रवार सरगना अभिषेक चक्रवर्ती समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया था। उनके पास से संदिग्ध कैलिफोर्नियम बरामद किया था। एडीसीपी ने बताया कि जांच रिपोर्ट आने के बाद पुलिस टीम बिहार पुलिस से संपर्क करेगी। इसके साथ पुलिस टीम पटना भेजी जाएगी। क्योंकि आरोपितों ने बताया था कि पटना में एक कोयले की खदान से उन्हें एक कर्मचारी ने दिया था। उसके बारे में भी जानकारी की जा रही है।