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Sumit Murder Case in Lucknow: वीडियो की सत्यता पर हाईकोर्ट ने मांगा जवाब, पुलिस पर लगा है हत्‍या का आरोप

याचिका में आरोपित की गिरफ्तारी पर रोक लगाने तथा इस मामले में दर्ज वर्तमान प्राथमिकी को खारिज किए जाने की मांग की गई है। याची की ओर से दलील दी गई कि वास्तव में सुमित मिश्रा की मृत्यु पुलिस पिटाई से हुई थी।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Mon, 16 Aug 2021 10:25 PM (IST)Updated: Mon, 16 Aug 2021 10:25 PM (IST)
Sumit Murder Case in Lucknow: वीडियो की सत्यता पर हाईकोर्ट ने मांगा जवाब, पुलिस पर लगा है हत्‍या का आरोप
अपने दावे की पुष्टि के लिए याची ने याचिका में वीडियो क्लिपिंग्स का भी हवाला दिया था।

लखनऊ, विधि संवाददाता। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने राजधानी के सुमित मिश्रा हत्याकांड में उसके सामने आये एक वीडियो की सच्चाई के बाबत पुलिस आयुक्त से 48 घंटे में जवाब मांगा है। कोर्ट ने यह भी पूछा है कि क्या मृतक शराब के नशे में था। मामले की अगली सुनवाई मंगलवार को होगी। यह आदेश जस्टिस रमेश सिन्हा व जस्टिस सरोज यादव की पीठ ने मामले में आरोपित ललितकांत पांडेय की याचिका पर दिया। याचिका में आरोपित की गिरफ्तारी पर रोक लगाने तथा इस मामले में दर्ज वर्तमान प्राथमिकी को खारिज किए जाने की मांग की गई है। याची की ओर से दलील दी गई कि वास्तव में सुमित मिश्रा की मृत्यु पुलिस पिटाई से हुई थी। पुलिस ने खुद को बचाने के लिए उसे व अन्य लोगों को फंसा दिया है। अपने दावे की पुष्टि के लिए याची ने याचिका में वीडियो क्लिपिंग्स का भी हवाला दिया।

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इस पर संज्ञान लेते हुए कोर्ट ने पुलिस आयुक्त को व्यक्तिगत हलफनामा दाखिल कर जवाब देने के साथ ही यह भी बताने का आदेश दिया है कि याची के विरुद्ध अब तक क्या साक्ष्य सामने आए हैं। अलीगंज थाना क्षेत्र में 16 जुलाई को सुमित मिश्रा नाम के युवक की अगवा कर हत्या कर देने के आरोप में पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। बाद में एक वीडियो वायरल हुआ जिसके आधार पर दावा किया गया है कि मृतक की जान पुलिस की पिटाई से गई है।

लगा है ये आरोप : आरोप है कि सुमित के दोस्त पंकज को भी पुलिसकर्मियों ने जमकर पीटा था, जो अस्पताल में भर्ती है। इंटरनेट मीडिया पर शुक्रवार को एक विडियो भी वायरल हो गया, जिसमें दो युवक सड़क पर गिरे पड़े दिख रहे हैं। पास में एक अवैध तमंचा भी पड़ा है। वीडियो में एक युवक को पुलिसकर्मी डंडे से पिटाई करता दिख रहा है, जबकि दूसरे को एक सिपाही पैर से ठोकर मार रहा है। इंटरनेट मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद महकमे में चर्चा को बाजार गर्म है।

यह था पुलिस का दावा : पुलिस का कहना था कि सुमित मिश्रा को अगवा करने के बाद उसकी हत्या की गई थी, जिसे उसी के साले आयुष ने दोस्त आदर्श सिंह के साथ मिल कर अंजाम दिया था। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। आरोपितों की पिटाई में घायल सुमित का दोस्त पंकज का इलाज चल रहा है।  


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