Move to Jagran APP

तेजी से वजन कम होने पर सतर्क हो जाएं, हो सकता है प्रोस्टेट कैंसर Lucknow News

एसजीपीजीआइ में रोबोटिक सर्जरी कर निकाला कैंसर सेल दोबारा की आशंका खत्म।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Sat, 28 Dec 2019 08:37 AM (IST)Updated: Sat, 28 Dec 2019 08:37 AM (IST)
तेजी से वजन कम होने पर सतर्क हो जाएं, हो सकता है प्रोस्टेट कैंसर Lucknow News
तेजी से वजन कम होने पर सतर्क हो जाएं, हो सकता है प्रोस्टेट कैंसर Lucknow News

लखनऊ [कुमार संजय]। बस्ती जिले के रहने वाले 65 वर्षीय आरके मिश्रा का वजन धीरे-धीरे गिरने लगा तो उनके परिवारजन परेशान हो गए। बेटे पंकज कहते हैं कि किसी ने कहा कि डायबिटीज के कारण वजन गिर रहा है, लेकिन शुगर पूरी तरह नियंत्रण में रहा। इसलिए इसे स्वीकार नहीं कर पाए। हार्मोन की जांच कराई तो वह भी ठीक था। पेशाब में केवल एक दो बार खून आया था, जिस कारण खुद ही प्रोस्टेट स्फेस्पिक एंटीजन (पीएसए) की जांच कराई। वह भी सामान्य आया। परेशान होकर पंकज चार महीने बाद संजय गांधी पीजीआइ के यूरोलाजिस्ट और किडनी ट्रांसप्लांट विशेषज्ञ प्रो. यूपी सिंह से सलाह लेने पहुंचे। प्रो. सिंह ने भी पीएसए की जांच कराई और कहा कि इस पर लगातार नजर रखना होगा, क्योंकि कई बार प्रोस्टेट निकालने के बाद भी कैंसर होने की आशंका रहती है, लेकिन पीएसए का स्तर इनमें लगातार सामान्य रहा। प्रोस्टेट एरिया का एमआरआइ कराया। देखा कि प्रोस्टेट में कैंसर की शुरुआत है। प्रो. सिंह ने बताया कि एक बार मैं भी कंफर्म नहीं था कि कैंसर होगा क्योंकि कोई विशेष लक्षण नहीं था साथ ही पीएसए भी नहीं बढ़ा था। वजन गिरना एक बड़ी आशंका की तरफ इशारा कर रहा था। आरके मिश्रा के परिजन की जागरूकता के कारण ही शुरुआती दौर में कैंसर पकड़ में आया। इसके बाद जांच कराकर 17 दिसंबर को रोबोटिक सर्जरी कर कैंसर सेल को निकाल दिया। सर्जरी पूरी तरह सफल रही और आरके मिश्रा को अस्पताल से छुट्टी मिल गई। इसके बाद दोबारा कैंसर की आशंका खत्म हो गई है। 
बहुत कम सामने आते हैं इस तरह के केस
प्रो. सिंह कहते हैं कि इस तरह के मामले काफी कम आते हैं, क्योंकि लोग एडवांस स्टेज में आते हैं। इस केस में प्रोस्टेट का ऑपरेशन पहले ही हो चुका था। इसके कारण पीएसए स्तर शायद नहीं बढ़ा। कैंसर सेल प्रोस्टेट के स्थान पर ही लोकलाइज था।
नहीं होगी रेडियोथेरेपी की जरूरत
प्रो. यूपी सिंह का कहना है कि कैंसर का पता काफी शुरुआती दौर में लगने के कारण कोई फैलाव नहीं था। रोबोटिक सर्जरी के कारण पूरा कैंसर सेल निकल गया। 
ये जरूर कराएं जांच
प्रो. यूपी सिंह के मुताबिक, इस मरीज में प्रोस्टेट पहले निकल चुका था। इसके कारण पेशाब में रुकावट नहीं हुई, लेकिन एक बार पेशाब में खून आया। लगातार वजन कम होना भी प्रोस्टेट कैंसर का लक्षण है। यदि बिना कोई उपाय किए शरीर का वजन तेजी से कम होना भी कैंसर की ओर इशारा है। जब पाचन क्रिया सही तरह से काम न करे तो समझ लेना चाहिए कि आप प्रोस्टेट कैंसर की चपेट में हैं। बार-बार पेशाब आना, विशेष तौर पर रात में। पेशाब रुक कर आना या इंफेक्शन होना। पेशाब करते वक्त दर्द व जलन होना। पेशाब या सीमन में खून आना। कूल्हे, जांघ की हड्डियां और पीठ में लगातार दर्द होना। वीर्य में खून आना सामान्य लक्षण हैं। .

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.