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Initiation Ceremony of LU: छात्रों को जिम, कर्मचारियों को नए आवास की मिलेगी सुविधा

लखनऊ विश्वविद्यालय के 64वें दीक्षा समारोह के अवसर पर हास्टल में रहने वाले छात्र-छात्राओं के लिए मार्डन जिम और कर्मचारियों को नए आवास का का तोहफा मिलेगा। इसके अलावा सभी छात्रावासों में सेनेटरी नैपकिन मशीन मार्डन एंबुलेंस व एंथ्रोपोलाजी विभाग में ट्राइबल म्यूजियम भी शुरुआत होगी।

By Vikas MishraEdited By: Published: Tue, 23 Nov 2021 12:51 PM (IST)Updated: Tue, 23 Nov 2021 04:36 PM (IST)
Initiation Ceremony of LU: छात्रों को जिम, कर्मचारियों को नए आवास की मिलेगी सुविधा
छात्रावासों में सेनेटरी नैपकिन मशीन, मार्डन एंबुलेंस व एंथ्रोपोलाजी विभाग में ट्राइबल म्यूजियम भी शुरुआत होगी।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। लखनऊ विश्वविद्यालय के 64वें दीक्षा समारोह के अवसर पर हास्टल में रहने वाले छात्र-छात्राओं के लिए मार्डन जिम और कर्मचारियों को नए आवास का का तोहफा मिलेगा। समारोह में इसका उद्घाटन किया जाएगा। इसके अलावा सभी छात्रावासों में सेनेटरी नैपकिन मशीन, मार्डन एंबुलेंस व एंथ्रोपोलाजी विभाग में ट्राइबल म्यूजियम भी शुरुआत होगी।

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विश्वविद्यालय के मालवीय सभागा में 26 नवंबर को दीक्षा समारोह आयोजित किया जाएगा। समारोह में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा उपस्थित रहेंगे। विश्वविद्यालय के प्रवक्ता डा. दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि कर्मचारियों के लिए हबीबुल्लाह हास्टल के पास 32 नए फ्लैट बनाए गए हैं, जिसका उद्घाटन होगा। इसके अलावा सभी हास्टलों में विद्यार्थियों के लिए जिम भी स्थापित किए गए हैं। उसे शुरू किया जाएगा। परिसर में दो कम्यूनिटी टायलेट का भी उद्घाटन होगा। 

विश्वविद्यालय में बना ट्राइबल म्यूजियमः लखनऊ विश्वविद्यालय के एंथ्रोपोलॉजी विभाग में नया ट्राइबल म्यूजियम तैयार किया गया है। इसमें थारू सहित 18 जनजातियों से जुड़ी तमाम चीजें देखने को मिलेंगी। दीक्षा समारोह में इसका भी उद्घाटन किया जाएगा। विभाग की हेड डा. केया पांडेय ने बताया कि विभाग में पहले एक म्यूजियम बना है। उसमें भारत और अन्य देशों की सभी जनजातियों की वेषभूषा, संस्कृति आदि से जुड़ी चीजें संरक्षित हैं। अब उत्तर प्रदेश की थारू, चेरो, अगरिया, गोंड, पनिका, बैगा, सहरिया सहित 18 जनजातियों के जीवन, उनकी संस्कृति, खान-पान, वेषभूषा आदि से जुड़ी चीजें जैसे जेवर, बर्तन, कपड़े आदि छात्र-छात्राओं को देखने को मिलेंगी।

वर्ष 20216 से इस संग्रहालय पर काम कर रहे हैं। इसके लिए हायर एजुकेशन की ओर से सेंटर आफ एक्सीलेंस के तहत प्रोजेक्ट मिला था। इसमें मिर्जापुर, सोनभद्र, महाराजगंज, लखीमपुर खीरी सहित छह जिलों में 18 जनजातियों पर सर्वे के आधार पर इन चीजों को इकट्ठा किया गया है। हमारी कोशिश है कि विद्यार्थियों को उनके बारे में संग्रहालय के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा जानकारी दी जा सके। यह संग्रहालय विभाग के कमरा नंबर 40 में बना है।


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