उत्तर प्रदेश में मजबूत ऑक्सीजन आडिट सिस्टम होगा विकसित, IIT कानपुर को सौपी गई जिम्मेदारी
उत्तर प्रदेश में एक मजबूत ऑक्सीजन आडिट सिस्टम विकसित करने की जिम्मेदारी आइआइटी कानपुर को सौपी गई है जो इसके लिए सॉफ्टवेयर व अन्य तकनीकी विवरण तैयार कर तत्काल प्रस्तुत करेगा। कई अन्य संस्थान प्रदेश भर में ऑक्सीजन के आडिट कार्य में सहयोग करेंगे।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। शासन की ओर से जारी किये गए निर्देशों के क्रम में उत्तर प्रदेश में एक मजबूत ऑक्सीजन आडिट सिस्टम विकसित करने की जिम्मेदारी आइआइटी कानपुर को सौपी गई है, जो इसके लिए सॉफ्टवेयर व अन्य तकनीकी विवरण तैयार कर तत्काल प्रस्तुत करेगा। वहीं, आइआइएम लखनऊ, आइआइटी बीएचयू वाराणसी, डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय लखनऊ, मदन मोहन प्राविधिक विश्वविद्यालय गोरखपुर, एचबीटीयू कानपुर, एनएनआइटी प्रयागराज व एसजीपीजीआइ लखनऊ द्वारा प्रदेश भर में ऑक्सीजन के आडिट कार्य में सहयोग किया जाएगा।
कोरोना महामारी के कारण ऑक्सीजन की मांग में बेतहाशा वृद्धि को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना समर्पित अस्पतालों में ऑक्सीजन के युक्तिसंगत इस्तेमाल का निर्देश दिया है। सीएम योगी के निर्देश के क्रम में शासन ने इस बारे में दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं। केंद्र सरकार ने भी इस बाबत गाइडलाइंस जारी की हैं।
ऑक्सीजन आडिट सिस्टम में अपनाये जाने वाली प्रक्रिया के निर्धारण के बारे में अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने विभिन्न शिक्षण संस्थानों के प्रतिनिधियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग की। वीडियो कांफ्रेंसिंग में प्रदेश में एक मजबूत ऑक्सीजन आडिट सिस्टम विकसित कर शीघ्र कार्यवाही शुरू किये जाने के संबंध में विस्तृत विचार विमर्श किया गया।
इस वीडियो कांफ्रेंसिंग में निदेशक आइआइएम लखनऊ प्रो. अर्चना शुक्ला, निदेशक आइआइटी कानपुर डॉ अभय करनदिकर, आइआइटी बीएचयू वाराणसी के विकास दुबे, कुलपति एकेटीयू लखनऊ प्रो. विनय कुमार पाठक, कुलपति मदन मोहन मालवीय टेक्निकल यूनिवर्सिटी गोरखपुर प्रो. जेपी पांडेय, कुलपति एचबीटीयू कानपुर, प्रो. शमशेर, निदेशक, एनएनआइटी प्रयागराज, प्रो. राजीव तिवारी और एसजीपीजीआइ लखनऊ के डा आशीष कनौजिया ने भाग लिया।