यूपी के विद्यालयों में अन्ना मवेशी बंद करना बना समस्या, मैनपुरी में हो गया बवाल
कानपुर, जौनपुर व मछलीशहर में परेशान किसानों ने बेसहारा मवेशियों को विद्यालयों में कैद कर दिया जिससे विद्यालयों में छुट्टी करनी पड़ी।
लखनऊ, जेएनएन। अन्ना मवेशियों से परेशान किसान आए दिन इन्हें विद्यालयों में बंद कर रहे हैं, जिससे पठन-पाठन बाधित हो रहा है। इसी तरह कानपुर, जौनपुर व मछलीशहर में परेशान किसानों ने बेसहारा मवेशियों को विद्यालयों में कैद कर दिया। जिस वजह से कानपुर के विद्यालय में छुट्टी करनी पड़ी। जबकि जौनपुर में कक्षाएं विद्यालय के बाहर लगाई गईं। जगम्मनपुरधीर गांव में पूर्व माध्यमिक व प्राथमिक विद्यालय परिसर में सौ से ज्यादा मवेशियों को बंद कर दिया गया। गेट बंद नहीं होने पर किसानों ने द्वार पर कांटेदार झाडिय़ां रख दीं। गुरुवार सुबह बच्चे जब प्राथमिक विद्यालय पहुंचे तो वहां एकत्र भीड़ ने उन्हें अंदर जाने से रोक दिया। इस पर शिक्षकों ने विद्यार्थियों को घर भेज दिया। मैनपुरी में तो बेसहारा गोवंश का मामला इतना बड़ा कि पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी।
दरअसल, आक्रोशित ग्र्रामीण किसी उच्चाधिकारी को बुलाने की मांग पर अड़े हुए थे। घटना की सूचना पूर्व माध्यमिक विद्यालय के शिक्षामित्र मोमिना व विनोद और प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक आलोक कुमार ने खंड शिक्षाधिकारी अनूप ङ्क्षसह को दी। तहसीलदार अर्चना अग्निहोत्री ने बताया कि नायब तहसीलदार जगरूप के साथ थानाध्यक्ष सुशील कुमार ङ्क्षसह को वहां भेजा गया है, जो कि ग्रामीणों से वार्ता कर विद्यालय से मवेशियों को बाहर कराएंगे। कहा कि समस्या का समाधान जल्द किया जाएगा। ग्राम प्रधान जगम्मनपुर वकील शर्मा ने बताया कि किसानों ने विद्यालय में जबरन मवेशी बंद कर दिए हैं। इन हालात में विद्यार्थियों को घर भेजना पड़ा। इस क्रम में नायब तहसीलदार जगरूप ने ग्रामीणों को बताया कि 12 जनवरी को असालतगंज स्थित गोवंश आश्रय स्थल तैयार हो जाएगा।
उधर, जौनपुर में गुरुवार सुबह बरसठी विकास खंड के चकमलाई गांव के किसानों ने करीब 60 अन्न मवेशियों को विद्यालय परिसर में बंद कर दिया। प्रधानाध्यापक राजेश कुमार के मना करने किसान झगड़े पर आमदा हो गए। उन्होंने मामले की सूचना ग्राम प्रधान सिद्ध नारायण व खंड शिक्षा अधिकारी को दी। ग्राम प्रधान ने समझाने का प्रयास किया तो ग्र्रामीण उनसे भी उलझ गए।ग्रामीणों का कहना है कि सरकार के आदेश के बाद भी जिले के जिम्मेदार अधिकारियों ने इस दिशा में अब तक कोई पहल नहीं की है। बहरहाल, हालात के मद्देनजर ज्यादातर विद्यार्थी घर लौट गए, जबकि शेष बच्चों को विद्यालय के बाहर ही कक्षा लगाकर पढ़ाया गया।इसी क्रम में मछलीशहर क्षेत्र के खरैयामऊ ग्राम पंचायत के किसानों ने भी प्राथमिक विद्यालय के कक्षों में पशुओं को बंदकर ताला लगा दिया। खंड शिक्षा अधिकारी की सूचना पर पहुंची पुलिस ने राजस्वकर्मियों की मदद से ताला खुलवाकर मवेशियों को बाहर किया। घटना के संबंध में छह नामजद समेत कई अज्ञात ग्रामीणों के खिलाफ प्रधानाध्यापक और ग्राम प्रधान ने तहरीर दी है।
मैनपुरी में बेसहारा गोवंश ने कराया बवाल
मैनपुरी के परिषदीय स्कूल में बंद बेसहारा गोवंश को मुक्त कराने पहुंची पुलिस पर गुस्साए ग्रामीणों ने हमला कर दिया। इस दौरान पथराव भी किया गया। पुलिस कर्मियों ने दो राउंड फायर कर भीड़ को तितर-बितर किया। बाद में अधिक फोर्स पहुंचने पर हमलावर फरार हो गए। पुलिस ने गोवंश को मुक्त करा गोशाला भिजवाया । पुलिस पर हमले में 40 नामजद समेत एक सैकड़ा लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तैयारी की जा रही है। दन्नाहार क्षेत्र के लालपुर के ग्रामीणों ने सुबह डेढ़ सौ बेसहारा गोवंश को घेरकर पूर्व माध्यमिक विद्यालय में बंद कर दिया। दन्नाहार थाना प्रभारी रमाकर पुलिस कर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे। विद्यालय गेट के ताले को तोड़ गोवंश को मुक्त कराने का प्रयास करती पुलिस पर भीड़ ने हमला कर दिया। पथराव के बीच पुलिस कर्मी स्कूल में ही फंस गए। भीड़ को तितर बितर करने के लिए पुलिस ने दो राउंड हवाई फायर किए। एसडीएम सदर अशोक कुमार, सीओ सिटी आरके पांडेय भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। फोर्स को देख हमलावर फरार हो गए।दूसरी ओर आगरा के शमसाबाद क्षेत्र के गांव धिमश्री में किसानों ने पशुओं को प्राथमिक विद्यालय में बंद कर दिया। काफी देर तक चले हंगामे के बाद पुलिस के आश्वासन पर ग्रामीणों ने पशुओं को मुक्त किया।