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UP: किसानों को फसलों का उचित दाम दिलाने व उपज की सुरक्षा के लिए हर दस गांव के बीच बनेगा गोदाम

किसानों को फसलों का उचित दाम दिलाने व उपज की सुरक्षा के लिए पांच हजार गोदाम बनाए जाएंगे। प्रत्येक गांव में एक गोदाम बनाने की योजना है लेकिन प्रथम चरण में हर दस गांव के बीच एक खाद्यान्न भंडार गृह बनाने का प्रस्ताव सहकारिता विभाग तैयार कर रहा है।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Mon, 26 Oct 2020 04:59 PM (IST)Updated: Mon, 26 Oct 2020 04:59 PM (IST)
UP: किसानों को फसलों का उचित दाम दिलाने व उपज की सुरक्षा के लिए हर दस गांव के बीच बनेगा गोदाम
किसानों को फसलों का उचित दाम दिलाने और उपज की सुरक्षा के लिए यूपी में 5,000 भंडारण गोदाम बनाए जाएंगे।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। किसानों को फसलों का उचित दाम दिलाने और उपज की सुरक्षा के लिए उत्तर प्रदेश में पांच हजार भंडारण गोदाम बनाए जाएंगे। प्रत्येक गांव में एक गोदाम बनाने की योजना है परंतु प्रथम चरण में हर दस गांव के बीच एक खाद्यान्न भंडार गृह बनाने का प्रस्ताव सहकारिता विभाग तैयार कर रहा है। गोदामों के निर्माण से किसानों को राहत मिलने के अलावा ग्रामीण युवाओं को राेजगार के अवसर भी मिलेंगे।

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अपर मुख्य सचिव एमवीएस रामीरेड्डी ने बताया कि किसानों काे बेहतर दाम दिलाने की दृष्टि से भंडारण व्यवस्था को मजबूती प्रदान की जा रही है। पर्याप्त भंडारण व्यवस्था न होने से किसान कटाई के समय ही औने-पौने दाम में अपनी फसल बेचने को मजबूर होता है। उसके पास भंडारण की बेहतर व्यवस्था हो तो सही दाम मिलने पर ही उपज को बेचेगा। इसीलिए गांवों में भंडारण का आधारभूत ढ़ांचा तैयार किया जा रहा है। लगभग 2500 करोड़ रुपये की लागत से प्रदेश में पांच हजार गोदाम बनाए जाएंगे। जिनसे भंडारण क्षमता में 8.60 लाख मीट्रिक टन की बढ़ोत्तरी होगी।

अपर मुख्य सचिव एमवीएस रामीरेड्डी ने बताया कि इन गोदामों से छोटे व मझोले किसानों को अधिक लाभ होगा। आबादी के अनुसार गांव व ब्लाक स्तर पर गोदाम बनाए जाने है। इसका प्रस्ताव तैयार करके जल्द ही केंद्र सरकार को स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा। गोदामों के निर्माण से किसानों को राहत मिलने के अलावा ग्रामीण युवाओं को राेजगार के अवसर भी मिलेंगे। भंडारण गोदामों में केयरटेकर, एकाउंटेंट, सुरक्षाकर्मी व सुपरवाइजर जैसे हजारों पदों पर नौकरी के अवसर भी मिलेंगे। इनसे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को और मजबूती मिलेगी।


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