अयोध्या में पुख्ता जांच-परख के बाद लगेंगे पत्थर, बेंगलुरु के ग्रेनाइट से बनेगा श्रीराम मंदिर का चबूतरा
तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने बताया कि बैठक में यह सुनिश्चित किए जाने पर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया कि मंदिर में जो पत्थर प्रयुक्त हों वह पूरी तरह से दोषमुक्त हों और इसके लिए ट्रस्ट अधिकृत विशेषज्ञों की सेवा लेगा।
अयोध्या, जागरण संवाददाता। राम मंदिर में प्रयुक्त होने वाले पत्थरों की पुख्ता जांच-परख होगी। पत्थरों की गुणवत्ता का मूल्यांकन बाहर से संभव नहीं है। इसके लिए रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट पत्थरों की अंदर से परख रखने वाले विशेषज्ञों की सेवा ले रहा है। बुधवार से शुरू ट्रस्ट की बैठक के दूसरे दिन सर्किट हाउस में ट्रस्ट के सदस्यों एवं निर्माण से जुड़े अन्य विशेषज्ञों के साथ पत्थरों की गुणवत्ता परखने वाले विशेषज्ञ के रूप में आइआइटी- दिल्ली के प्रो. केएस राव एवं पुणे के एक अन्य विशेषज्ञ मौजूद रहे।
तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने बताया कि बैठक में यह सुनिश्चित किए जाने पर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया कि मंदिर में जो पत्थर प्रयुक्त हों, वह पूरी तरह से दोषमुक्त हों और इसके लिए ट्रस्ट अधिकृत विशेषज्ञों की सेवा लेगा। बैठक में फरवरी से शुरू होने वाले अधिष्ठान निर्माण और उसमें प्रयुक्त होने वाले ग्रेनाइट के बारे में भी चर्चा की गई और इस निष्कर्ष पर पहुंचा गया कि राजस्थान के मुकाबले कर्नाटक के बेंगलुरु से प्राप्त होने वाला ग्रेनाइट अधिक भार सहन कर सकने में सक्षम है। बैठक में चंपतराय सहित राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र, ट्रस्ट के सदस्य बिमलेंद्र मोहन मिश्र एवं डा. अनिल मिश्र, कार्यदायी संस्था एलएंडटी तथा टीसीई के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।
दर्शनार्थियों के लिए होगी प्रसाद की व्यवस्था : रामलला के दर्शनार्थियों को प्रसाद ग्रहण करने का भी अवसर मिलेगा। यह संभावना तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की तैयारियों से प्रशस्त होने लगी है। ट्रस्ट की योजना रामलला के अतिरिक्त श्रद्धालुओं के भी लिए रसोई निर्मित कराने की है। ट्रस्ट की बैठक के दौरान मंदिर निर्माण के अतिरिक्त यात्री सुविधाएं सुनिश्चित करने, 70 एकड़ के रामजन्मभूमि परिसर में म्यूजियम, अभिलेखागार, पुस्तकालय, यज्ञशाला, गोशाला आदि के भी निर्माण पर चर्चा की गई।
परिसर में पुलिस का भी होगा कार्यालय : गुरुवार की बैठक में रामजन्मभूमि परिसर में सुरक्षा व्यवस्था के लिए लगी पुलिस के लिए स्वतंत्र कार्यालय बनाए जाने पर भी विचार किया गया। बैठक में राम मंदिर निर्माण समिति के सदस्य के रूप में बीएसएफ के सेवानिवृत्त डीजी केके शर्मा मौजूद रहे। वह रामजन्मभूमि की सुरक्षा व्यवस्था अपेक्षित रूप से उच्चीकृत किए जाने की योजना के केंद्र में हैं और उनका काम सुरक्षा में लगी एजेंसियों के प्रतिनिधियों से फीडबैक लेकर अपना विचार केंद्र सरकार के समक्ष प्रस्तुत करना है।
अमित शाह की अगवानी की तैयारी : तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव ने बताया कि शुक्रवार को अयोध्या यात्रा के दौरान गृह मंत्री अमित शाह रामलला का दर्शन भी करेंगे और ट्रस्ट उन्हें रामलला का ठीक से दर्शन कराने तथा मंदिर निर्माण की प्रगति के बारे में समुचित जानकारी देने की तैयारी कर रहा है।