सौतेली बेटियों की इज्जत बचाने के खातिर कराई पति की हत्या
बेटियों पर बुरी नीयत से आजिज महिला ने बेटियों के सौतेले पिता की हत्या करा दी। इसके लिए उसने दो युवकों को तीस हजार रुपये की सुपारी दी। गोरखपुर की बेलीपार पुलिस ने साजिशकर्ता मां और दोनों बदमाशों को खलीलाबाद से गिरफ्तार कर हत्याकांड का राजफाश किया है।
लखनऊ। बेटियों पर बुरी नीयत से आजिज महिला ने बेटियों के सौतेले पिता की हत्या करा दी। इसके लिए उसने दो युवकों को तीस हजार रुपये की सुपारी दी। गोरखपुर की बेलीपार पुलिस ने साजिशकर्ता मां और दोनों बदमाशों को खलीलाबाद से गिरफ्तार कर हत्याकांड का राजफाश किया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनंत देव ने बताया कि बेलीपार के महोब गांव के पास 16 जनवरी को मोतीलाल राजभर निवासी महरीखांवा, कोतवाली बस्ती की लाश मिली थी। भाई शिवपूजन की तहरीर पर बेलीपार पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज किया। छानबीन में पता चला कि पहले पति की मौत के बाद प्रेमा का विवाह वर्ष 2002 में मोतीलाल के साथ हुआ। उस समय पहले पति से उसकी तीन बेटियां और एक बेटा भी था, जिसे वह साथ लाई थी। बेटियां बढ़ी हुईं तो मोतीलाल उन पर बुरी नीयत रखने लगा। गिरफ्तारी के बाद आरोपी पत्नी प्रेमा ने बताया कि उसके पति मोतीलाल की हरकतें हद से बाहर हो गई थीं। कई बार समझाने के बावजूद वह मान नहीं रहा था। हत्या कराने के सिवाय उसके पास कोई चारा नहीं था। गिरफ्तार आरोपी दीपक और रानू ने बताया कि मोतीलाल की हत्या के लिए उसकी पत्नी प्रेमा ने ही उन्हें सुपारी दी थी। हम तीनो संतकबीर नगर में आस पास दुकान लगाते थे। इस कारण हत्या की सुपारी ले ली। हत्या के लिए तीस हजार रुपये में सौदा तय हुआ था। 15 जनवरी को दीपक बाइक से मोतीलाल के घर गया और वहीं से उसे मोटरसाइकिल से लेकर रानू के घर गया और उसे भी साथ में ले लिया। तीनों ने एक साथ बैठकर शराब पी। मोतीलाल के बेसुध होने पर वह गोरखपुर-वाराणसी मार्ग स्थित महोब गांव के पास पहुंचे और उसकी हत्या करने के बाद लाश फेंककर फरार हो गए।