चुनावी गणित ठीक करने के लिए कांग्रेस को गठबंधन से बाहर रखाः अखिलेश
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गठबंधन से कांग्रेस को बाहर रखने की अहम वजह चुनावी गणित को ठीक करना बताया है।
लखनऊ, जेएनएन। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गठबंधन से कांग्रेस को बाहर रखने की अहम वजह चुनावी गणित को ठीक करना बताया है। उन्होंने कहा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी के प्रति सम्मान कम नहीं है लेकिन, भाजपा को हराने के लिए कांग्रेस को गठबंधन से बाहर रखना जरूरी था। चुनाव के बाद कांग्रेस के साथ तालमेल की संभावना से इन्कार करे बिना उन्होंने कहा कि वह खुश होंगे कि अगला प्रधानमंत्री उनके गृह राज्य से हो। देश नया प्रधानमंत्री चाहता है और चुनाव के बाद उसे यह मिलेगा।
भाजपा के पास बहुमत नहीं रहेगा
भाजपा की सोशल इंजीनियरिंग पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने दावा किया कि अगर प्रदेश में सीटों की संख्या देखें तो पाएंगे कि भाजपा के पास बहुमत नहीं रहेगा। भाजपा की सोशल इंजीनियरिंग का जवाब गठबंधन से अंक गणित ठीक करके दिया जाएगा। चुनावी गठित सही न होने के कारण ही विधानसभा चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा। समाजवादी शासनकाल में बहुत सारे विकास कार्य कराना भी कारगर सिद्ध नहीं हो सका। चुनावी गणित ठीक करने के लिए सपा ने बसपा व लोकदल को साथ लिया और कांग्रेस को दो सीटें भी छोडऩे का फैसला किया। उन्होंने कहा कि केवल दूसरों को संतुष्ट करने की खातिर पराजित हो जाना उचित नहीं कहा जा सकता।
समझौते से विपक्षी एकता को मजबूती
बिना कांग्रेस गठबंधन कमजोर होने के सवाल पर अखिलेश ने कहा कि इस समझौते से विपक्षी एकता को और मजबूती मिली है। हमने कांग्रेस के लिए दो सीटें रखी हैं। कांग्रेस के साथ हमारे संबंध हमेशा अच्छे रहे हैं। संबंधों का मुद्दा अलग है लेकिन, असल लक्ष्य तो भाजपा को हराना है। प्रधानमंत्री पद के लिए बसपा प्रमुख मायावती व तृणमूल कांग्रेस की ममता बनर्जी में से पहली पसंद के प्रश्न पर अखिलेश ने सीधा जवाब न देकर कहा कि कुछ मुद्दों पर चुनाव बाद भी चर्चा हो सकती है।