Move to Jagran APP

बेटे के पोस्‍टमार्टम के इंतजार में पिता की वेदना पर DM सुलतानपुर से जवाब तलब, राज्य मानवाधिकार आयोग ने दो सप्ताह में मांगी रिपोर्ट

राज्य मानवाधिकार आयोग ने इस मामले को बेहद गंभीरता से लिया है। आयोग ने डीएम सुलतानपुर को नोटिस देकर दो सप्ताह में पूरे मामले की जांच कराकर रिपोर्ट देने का आदेश दिया है। यह आदेश आयोग के सदस्य पूर्व न्यायमूर्ति केपी सिंह ने दिया है।

By Rafiya NazEdited By: Published: Thu, 19 Aug 2021 08:28 AM (IST)Updated: Thu, 19 Aug 2021 02:37 PM (IST)
बेटे के पोस्‍टमार्टम के इंतजार में पिता की वेदना पर DM सुलतानपुर से जवाब तलब, राज्य मानवाधिकार आयोग ने दो सप्ताह में मांगी रिपोर्ट
सुलतानपुर में बेटे के शव का दोबारा पोस्टमार्टम कराने के लिए 17 दिन से इंतजार कर रहा पिता।

लखनऊ, राज्य ब्यूरो। सुलतानपुर में एक पिता की अपने बेटा के शव का दोबारा पोस्टमार्टम कराने की गुहार और 17 दिनों से लाडले का शव घर के बाहर डीप फ्रीजर में रखकर इंतजार की घटना किसी भी संवेदनशील व्यक्ति को झकझोर देने वाली है। राज्य मानवाधिकार आयोग ने इस मामले को बेहद गंभीरता से लिया है। आयोग ने डीएम सुलतानपुर को नोटिस देकर दो सप्ताह में पूरे मामले की जांच कराकर रिपोर्ट देने का आदेश दिया है। यह आदेश आयोग के सदस्य पूर्व न्यायमूर्ति केपी ङ्क्षसह ने दिया है। आयोग ने दैनिक जागरण में प्रकाशित समाचार के आधार पर इस मामले का स्वत: संज्ञान लिया है। बीते दिनों दिल्ली में बेटे की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में पिता उसके शव का दोबारा पोस्टमार्टम कराना चाह रहा है। पिता ने इसके लिए कोर्ट से लेकर जिला प्रशासन तक से गुहार लगाई है। आयोग ने कहा है कि प्रथम ²ष्टा यह मामला मानवाधिकार के हनन का प्रत्यक्ष उदाहरण है।

loksabha election banner

यह भी पढ़ें:Mysterious Case: 17 दिन से बेटे का शव डीप फ्रीजर में रख न्‍याय की गुहार लगा रहा पिता, जानें क्‍या है मामला

यह था मामला: कूरेभार के सूबेदार पाठक का पुरवा के रहने वाले शिवांक पाठक ने दिल्ली के बेगमपुरा इलाके में एक युवक के साथ पार्टनरशिप में एक काल सेंटर कंपनी खोली थी। कंपनी में एचआर मैनेजर पद पर तैनात युवती से उसको प्यार हो गया। 2013 में दोनों ने शादी कर ली। कारोबार बढ़ा तो पत्नी के तेवर भी बदलने लगे।

उसकी जबरदस्ती पर शिवांक ने उसके नाम पर दो फ्लैट, 85 लाख की एक कार व गहने आदि करवा लिए। शिवांक भी मायके वालों की भी हर ख्वाहिश पूरी करता रहा। बेटे के शव के पास बैठे शिव प्रसाद रोते हुए बताते हैं कि पत्नी मायके वालों को कंपनी का पार्टनर बनाने का दबाव बना रही थी। उसका पार्टनर भी उसे उकसाया करता था। उनका बेटा अपनी पत्नी व उसके मायके वालों की प्रताड़ना से तंग आ गया था। पिछले महीने 19 जुलाई को शिवांक ने अपने छोटे भाई इशांक को फोन कर आपबीती बताई थी और एक अगस्त को उसकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। पिता ने पत्नी और उसके दोस्त पर हत्या करने का आरोप लगाया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.